पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर

डाउनलोड करें

जानिए टी-शर्ट की कहानी, जिसके चलते राहुल गांधी चर्चा में:टेनिस खिलाड़ी ने बनाई पहली टी-शर्ट, क्रांतिकारी की फोटो वाली टी-शर्ट यूथ में पॉपुलर

नई दिल्ली9 महीने पहलेलेखक: अनिमेष मुखर्जी
  • कॉपी लिंक

आज संडे है। आप भी टी-शर्ट में हैं क्या? अगर नहीं तो कोई बात नहीं, आपके वॉर्डरोब में अलग-अलग कलर्स, डिजाइन और ब्रैंड की टीशर्ट जरूर होंगी। देश में इस समय टी-शर्ट सबसे बड़ी खबर बनी हुई है। राहुल गांधी की ब्रिटिश ब्रैंड ‘बर्बरी’ की 41 हजार रुपए की सफेद टी-शर्ट उनकी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से ज्यादा सुर्खियों में है। लोग उनकी यात्रा से जुड़ें या न जुड़ें उनकी टी-शर्ट की कीमत के बारे में जरूर बात कर रहे हैं। तो चलिए, आपको हम आज ‘फुरसत के रविवार’ में टी-शर्ट की दुनिया की सैर कराते हैं।

कुछ साल पहले योग दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सफेद पोलो टी-शर्ट पहनी थी, जिसका ब्रैंड क्या था हमें नहीं पता, न ही हमारा काम इस समय किसी भी नेता के कपड़ों के ब्रैंड और प्राइसटैग पर ‘डिबेट’ करना है।

राहुल गांधी हों, नरेंद्र मोदी या कोई भी आम नागरिक, एक बात हर किसी पर लागू होती है कि पोलो टी-शर्ट उम्र और वर्ग के भेद से परे एक आरामदायक, सेमीफ़ॉर्मल ड्रेस है। आइए आपको बताते हैं कि कैसे एक अमेरिकी ने दुनिया को टी-शर्ट का शौक लगाया।

अगर हम आपसे कहें कि रॉल्फ़ लॉरेन एक ऐसी शख्सियत हैं जिन्होंने पूरी दुनिया के ड्रेसिंग कल्चर पर बहुत ज़्यादा असर डाला है। लोग तो यहां तक मानते हैं कि रॉल्फ़ लॉरेन ने आधुनिक पीढ़ी के बिहेवियर पर दुनिया को ‘मिकी माउस’ जैसे कार्टून देने वाले वॉल्ट डिज़नी से भी ज्यादा प्रभावित किया है। शायद अब आप पूछेंगे कि आखिर कौन हैं रॉल्फ़ लॉरेन? चलिए, इस बात को कुछ यूं कहें कि आपने जो कॉलर वाली टी-शर्ट पहनी या देखी है, जिसकी बांह पर अक्सर एक नंबर होता है और सीने पर पोलो खेलते घुड़सवार का लोगो, वो अमेरिकी फैशन डिजाइनर रॉल्फ़ लॉरेन की ही देन है।

इसके अलावा, लड़कियों के लिए कोट-पैंट वाले सूट बनाने और लड़के-लड़कियों के लिए अलग परफ्यूम का आइडिया भी सबसे पहले रॉल्फ़ लॉरेन ने दिया था। अब तो आप मानेंगे कि दुनिया को ड्रेसिंग और स्टाइल कल्चर को नई शक्ल देने में रॉल्फ़ लॉरेन का बहुत बड़ा हाथ है। दुनिया के सातों महाद्वीपों पर आपको रॉल्फ़ लॉरेन की डिज़ाइन की गई कंफर्टेबल टी-शर्ट पहने लोग दिख जाएंगे।

फिर सवाल उठता है कि आरामदायक तो बिना कॉलर वाली गोल गले की टी-शर्ट भी होती है, तो सार्वजनिक जीवन में बड़ी हस्तियां इन्हें क्यों नहीं पहनतीं। आज फुरसत है तो आपको टीर्शट पहनने के सभी नियम-कायदों के बारे में बताते हैं। आखिर कैज़ुअल दिखने वाले को भी तो गंभीरता से लेना जरूरी है।

मर्दानगी से जुड़ा है पोलो टी-शर्ट का कॉन्सेप्ट

पोलो-टी-शर्ट को पॉपुलर बनाने का काम रॉल्फ़ लॉरेन ने ही किया। उन्होंने 1972 में 17 अलग-अलग रंगों में क्रॉस निटेड वाली पोलो टी-शर्ट लॉन्च की, जिसके फ्रंट पर घोड़े वाला फेमस लोगो बना था। लॉरेन के ज़्यादातर ग्राहक वॉलस्ट्रीट के एग्ज़िक्यूटिव थे जिन्हें बिज़नेस सूट से इतर पहनने के लिए आरामदायक होते हुए भी ‘सेमी फॉर्मल वेयर’ चाहिए था। इसने इस कॉलर वाली टी-शर्ट को देखते ही देखते दुनिया भर में बड़े लोगों और ‘एलीट’ कहे जाने वालों की पोशाक बना दिया। गोल्फ खेलते बिजनेसमेन हों या बड़े अधिकारी, आरामदायक मूड में नेता हों या फिल्म स्टार, सब इस टी-शर्ट में दिखने लगे। वैसे रॉल्फ लॉरेन ने इन टी-शर्ट को आम लोगों में पॉपुलर किया लेकिन वे इसके ‘ओरिजनल डिजाइनर’ नहीं थे।

विंबलडन चैंपियन ने बनाई ‘टेनिस शर्ट’ जो बनी पोलो टी-शर्ट

इन टी-शर्ट को रेने लेकॉस्ट नाम के टेनिस खिलाड़ी ने 1927 के आस-पास डिजाइन किया था। विंबलडन चैंपियन रहे लेकॉस्ट ने इन्हें अपने आराम के लिए बनाया और धीरे-धीरे ये टी-शर्ट ‘टेनिस शर्ट’ के नाम से लोकप्रिय हो गई। छोटे से मगरमच्छ के लोगो वाली ये टी-शर्ट आज भी कुछ लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय है।

पोलो-टी-शर्ट की एक खासियत है कि आप महिलाओं से अपने पति, पिता, भाई या बॉयफ़्रेंड के लिए टी-शर्ट पसंद करने के लिए कहिए, तो ज़्यादातर शायद ये कॉलर वाली टी-शर्ट ही पसंद करें और ऐसा होने की वजह भी है।

पोलो टी-शर्ट को पुरुषों की मैस्कुलिनिटी यानी मर्दानगी से जुड़ी शारीरिक विशेषताओं को उभारने के लिए डिजाइन किया गया है। आज की तारीख में सस्ती या महंगी कोई भी पोलो-टी-शर्ट लें, उसकी बाहों में कसी हुई इलास्टिक और सीने के ऊपरी हिस्से पर ही खत्म हो जाने वाले कॉलर की वजह से लोगों को का ध्यान आपके सीने और बाहों पर जाता है।

ऐसे में पहनने वाला पुरुष हो या महिला ये पोलो-टी-शर्ट शारीरिक डीलडॉल को प्रभावी दिखाती है। बस इसे पहनते समय कुछ बातों का ध्यान रखें।

फॉर्मल ट्राउजर से दूर रखें टी-शर्ट

अगर पेट बढ़ा है तो धारियों वाली पोलो टी-शर्ट से बचें। ये आपकी बाहों से ज़्यादा आपके पेट को बढ़ा हुआ दिखाएगी। इसके अलावा ऐसी पोलो टी-शर्ट न लें, जिसके कॉलर पर पीछे कुछ लिखा हुआ हो।

फ़ॉर्मल ट्राउजर के साथ इसे पहनने से बचें। जींस के लिए एक नियम याद रखे, स्किन टाइट जींस के साथ टाइट टी-शर्ट और ढीली या कंफ़र्टेबल जींस के साथ कंफ़र्टेबल टी-शर्ट। लड़कियों के लिए पोलो के साथ स्कर्ट भी एक अच्छा ऑप्शन है जो उन्हें सेफ़ी-फ़ॉर्मल लुक देता है।

क्रू-नेक टी-शर्ट यानी गोल गले वाली टी-शर्ट की कहानी

हिंदी भाषी इसे ‘गोल गले की टी-शर्ट’ कहते हैं। अब अगर आपने पुरानी अंग्रेज़ी फिल्में देखी हों, तो ध्यान दिया होगा, लोग इन्हें शर्ट के अंदर बनियान के ऊपर पहनते थे।

दरअसल, गोल गले की टी-शर्ट को लंबे समय तक नाविक पहनते थे। बेहद गर्म और उमस भरी परिस्थितियों में ये आरामदायक रहती थी। फिर अमेरिकी नेवी ने अपने जवानों को इसे शर्ट के अंदर पहनने का आदेश दिया, ताकि वर्दी पर पसीने के दाग न दिखें। करीब आधी शताब्दी तक बिना कॉलर वाली टी-शर्ट अंडरगार्मेंट के तौर पर पहनी जाती रही।

हॉलीवुड में मार्लन ब्रैंडो और बॉलीवुड के सनी-सलमान ने बनाया पॉपुलर

सन् 1951 में गॉडफ़ादर वाले अभिनेता मार्लन ब्रैंडो की सुपरहिट फिल्म ‘स्ट्रीट कार नेम डिज़ायर’ रिलीज़ हुई। इसमें ब्रैंडो जींस पर यही गोल गले की टी-शर्ट बाहें मोड़कर पहने दिखे और उनकी ट्राइसेप्स दिखाती टी-शर्ट ने लोगों पर जादू कर दिया।

अगर आपने मार्लन ब्रैंडो को इन टी-शर्ट में न देखा हो तो बॉलीवुड में 90 के दशक की एक्शन मूवी में सनी देओल और सलमान खान को ऐसी टी-शर्ट में जरूर देखा होगा। समाज के कमजोर तबके के एंग्री हीरो का यह फैशन काफी पॉपुलर हुआ और गोल गले की टी-शर्ट अचानक अंडरगार्मेंट से कॉलेज बॉयज का कूल फैशन बन गया।

जिम के अलावा कहीं और टाइट टी-शर्ट पहनने से बचें

टी-शर्ट तो कूल बन गई, अब इसे पहनने से जुड़े कुछ नियम जान लें। सबसे पहली चीज आपकी बॉडी चाहे जितनी अच्छी हो बेहद टाइट टी-शर्ट की जगह जिम के बाहर नहीं है। हमें पता है कि ‘कुछ-कुछ होता है’ में शाहरुख खान की टाइट पोलो-स्पोर्टी टी-शर्ट का रोल भी सलमान खान से ‘बड़ा’ था, लेकिन 90 का दशक जा चुका है। अब ‘लड़का लड़की सिर्फ़ दोस्त बन सकते हैं’ और ‘फ़्रेंडशिप बैंड का लेन-देन’ भी खत्म हो चुका है। इसलिए बेहद टाइट टी-शर्ट मत पहनिए।

काली टी-शर्ट दुबला दिखाती और टाइट सफ़ेद टी-शर्ट बॉडी स्ट्रक्चर को उभारती है

रंग की बात करें, तो काली टी-शर्ट आपको दुबला दिखाती है। वहीं टाइट सफ़ेद टी-शर्ट आपके बॉडी स्ट्रक्चर को उभारती है। यही कारण है कि विन डीज़ल जैसे हॉलीवुड एक्शन स्टार अक्सर सफ़ेद टी-शर्ट में दिखते हैं। अगर आपको मसल्स दिखानी हैं, तो सफ़ेद टी-शर्ट पहनें। हो सके तो सफ़ेद टी-शर्ट लें, जिसमें छोटी सी जेब हो, ताकि लोगों को पता रहे कि आप टी-शर्ट पहन कर ही आए हैं, बनियान नहीं। अगर क्रू नेक में अपना थोड़ा सा बढ़ा हुआ वजन छिपाना है, तो कैमोफ़्लाज यानी मिलिट्री प्रिंट वाली टी-शर्ट अच्छा ऑप्शन रहेगा।

लड़कियों में आजकल एक ट्रेंड पॉपुलर है, जिसमें ढीली सफ़ेद टी-शर्ट को हाई वेस्ट जींस के साथ सामने से ‘टक-इन’ करके पहना जाता है। अगर आपकी हाइट अच्छी है, तो कोई दिक्कत नहीं। थोड़ी कम है तो कोशिश करें कि जींस टखनों से ऊपर हो या टी-शर्ट की लंबाई थोड़ी कम हो। वहीं कम हाइट वाले लड़कों की टी-शर्ट में बना डिज़ाइन लंबाई में हो तो बेहतर रहेगा।

हेनली टी-शर्ट: ब्रिटिश खिलाड़ियों ने शुरू किया इसका चलन

हेनली एक ऐसा नाम है, जो टी-शर्ट की बात करते समय कम चर्चा में आता है, जबकि हर एडल्ट इंसान के पास कम से कम एक हेनली टी-शर्ट तो होनी चाहिए। हेनली ऐसी टी-शर्ट है, जिसमें तीन बटन होते हैं लेकिन कॉलर नहीं होता। ब्रिटिश खिलाड़ियों का पारंपरिक पहनावा रही यह टी-शर्ट भारतीय आधी बांह के शॉर्ट कुर्ते का वेस्टर्न लुक कही जा सकती है। इसके कुछ फायदे भी हैं। एक ओर तो यह बटन के कारण पोलो जैसी औपचारिकता देती है दूसरी ओर कॉलर न होने के कारण क्रू-नेक टी-शर्ट का ऑप्शन भी बन जाती है।

सर्दियों में खास तौर से जैकेट या ब्लेजर के अंदर हेनली पोलो-टी-शर्ट पहनी जा सकती है। पोलो नेक का कॉलर कई बार आपकी जैकेट या ब्लेजर से मेल नहीं खाता, जबकि सादा टी-शर्ट में कुछ कमी लगती है। बस एक बात याद रखें कि हेनली टी-शर्ट का सबसे ऊपर का बटन न लगाएं। सर्दियों के लिए काले या गहरे स्लेटी रंग की पूरी बांह की हेनली टी-शर्ट बढ़िया होती है। वहीं, गर्मियों के लिए आधी बांह और हल्के रंग ठीक रहते हैं।

वी-नेक, स्कूप नेक, बोट नेक वाली टीशर्ट

वी-नेक को तो उसके नाम से समझा जा सकता है। स्कूप नेक का गला गहरा होता है और बोट नेक में कंधे ज़्यादा दिखते हैं। वी-नेक के अलावा बाकी दोनों डिजाइन 90 के दशक के आखिर में काफी पॉपुलर थे।

अपने सुनील शेट्टी या अक्षय कुमार की उस दौर ऐसी फोटो देखी ही होंगी, जहां उनकी बोट नेक टी-शर्ट के गले की गहराई, हीरोइनों के डीप नेक को भी मात देती थी। आपको ये तीनों तरह की टी-शर्ट पहननी है, तो कोई प्रॉब्लम नहीं, बस याद रखें कि गला न ज़्यादा गहरा हो न ज्यादा छोटा।

टर्टल नेक: जिसे ब्रिटिशर्स पोलो नेक तो हिंदुस्तानी हाई नेक कहते हैं

टर्टल नेक ऐसी टी-शर्ट है, जिसे दुनिया में तीन अलग-अलग नामों से जाना जाता है। ब्रिटिश इसे पोलो नेक कहते हैं, क्योंकि पुराने समय में पोलो खिलाड़ी ये ऊंचे गले की टी-शर्ट पहनते थे। अमेरिकी इस टर्टल नेक कहते हैं, क्योंकि इसके ऊंचे गले में गर्दन कछुए की गर्दन की तरह छिप जाती है। वहीं भारत में इसे हाईनेक कहा जाता है। हाई नेक का सीधा संबंध ठंडे मौसम से है। इसलिए, हमारे यहां ज़्यादातर हाईनेक स्वेटशर्ट होते हैं, या ऊनी होते हैं। हाईनेक टी-शर्ट हों या स्वेटशर्ट ब्लेज़र, जैकेट और लॉन्ग कोट के साथ काफ़ी अच्छी लगती हैं। हाई नेक के दो रंग काफ़ी लोकप्रिय है।

एक कैमल कलर यानी हल्का भूरा और दूसरा ब्लैक। ब्लैक आपको दुबला दिखाने में मदद करता है और कैमल ब्लैक जैकेट और ब्लैक जींस के साथ स्मार्ट दिखता है। बस इन सर्दियों में दो बातें याद रखें। एक हाईनेक टी-शर्ट पर ऊपर से मोटी चेन पहनने का फैशन जा चुका है। इस लुक को ट्राइ न करें। दूसरा, कोई अगर ओवर वेट है तो वाइट टी-शर्ट न पहनें।

अभी तक आपने टी-शर्ट की वैरायटी जानी, अब पहनने के रूल्स भी जान लें

टी-शर्ट पहनते समय कुछ बातों का याद रखें। आजकल ओवर साइज़ टी-शर्ट का फैशन चला है। इस तरह की टी-शर्ट अलग ढंग से डिजाइन की जाती हैं, तो उन्हें ही खरींदें। ओवर साइज टी-शर्ट के साथ स्किन टाइट जींस या लेगिंग्स न पहनें। टी-शर्ट पर बना डिजाइन आपके लुक को बेहतर या खराब दिखा सकती है।

  • गोल स्माइली जैसे बड़े प्रिंट ज़्यादातर लोगों को सूट नहीं करते। यही वजह है कि लिवाइस, टॉमी हिलफ़िगर और सुप्रीम जैसे बड़े ब्रैंड सीने पर चौड़ी पट्टी वाले डिज़ाइन ज़्यादा बनाते हैं।
  • टी-शर्ट स्कूल के बच्चों से लेकर अधेड़ उम्र के लोगों तक का पहनावा है। इसलिए इसको अपनी उम्र से मैच करना कभी-कभी थोड़ा मुश्किल है। आसान नियम है कि उम्र जैसे-जैसे बढ़ती जाए, टी-शर्ट पर बना डिज़ाइन उतनी छोटा होता जाए।
  • कॉलेज के बाद प्लेन या बेहद मिनिमल डिज़ाइन की टी शर्ट पहनें।
  • गोवा या न्यूयॉर्क जाएं, आप मैन्चेस्टर यूनाइटेड के फैन हों या कोलकाता नाइटराइडर्स के इस तरह की टी-शर्ट को खास मौकों पर ही पहनें।
  • आजकल मधुबनी, पटचित्र, यक्षगान और तमाम भारतीय लोक कलाओं वाली टी-शर्ट प्रचलन में हैं। इन्हें सलीके सभी पहन सकते हैं, बशर्ते आपका प्रोफ़ेशन इसकी इजाजत दे।

चलते-चलते एक मजेदार वाकये से आप भी रूबरू हों ले…

मेरे पिता के एक दोस्त डॉक्टरी की पढ़ाई करके आए और टी-शर्ट पहनकर नए-नए क्लीनिक में बैठ गए। मरीज ने आकर पूछा कि डॉक्टर साहब से मिलना है। उन्होंने कहा कि बताइए, मैं ही डॉक्टर हूं। तो मरीज़ को लगा कंपाउंडर ही डॉक्टर बना बैठा है। अगले दिन से डॉक्टर साहब मरीजों के देखने के लिए फ़ॉर्मल शर्ट पहनकर जाने लगे। इसलिए आप भी अगली बार टी-शर्ट पहनें तो मौके और माहौल का ध्यान रखें और महफिल लूट लें।

(अनिमेष मुखर्जी फूड और फैशन ब्लॉगर हैं)

इनपुट- दीक्षा प्रियादर्शी

ग्रैफिक्स- सत्यम परिडा

नॉलेज बढ़ाने और जरूरी जानकारी देने वाली ऐसी खबरें लगातार पाने के लिए डीबी ऐप पर 'मेरे पसंदीदा विषय' में 'वुमन' या प्रोफाइल में जाकर जेंडर में 'मिस' सेलेक्ट करें।