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डाउनलोड करेंफलों के राजा आम का सीजन चल रहा है। कच्चे-पके दोनों तरह के आम उपलब्ध हैं। अलग-अलग वैराइटी और रस वाले। देखा जाए तो आम खाकर लोग गुठली फेंक देते हैं। लेकिन जैसे आम के गूदे में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं वैसे ही इसकी गुठलियां भी बड़े काम की होती हैं।
इनसे बने पाउडर या चूर्ण कई बीमारियों से लड़ने में सक्षम होते हैं। जैसे कौलैस्टैरौल, डायरिया, दिल से जुड़ी बीमारियां आदि। साथ ही कास्मैटिक्स यूज के कारण भी इसका महत्व अधिक है।
रांची सदर अस्पताल की डाइटीशियन ममता कुमारी ने भास्कर वुमन को बताया कि जैसे आम के गूदे में एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ए, विटामिन सी, आयरन आदि होते हैं उसी तरह इसकी गुठली में स्टार्च, फैट, प्रोटीन भरपूर मात्रा में होते हैं। इसमें नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट भी अधिक होते हैं। इसलिए इसका कॉस्मैटिक्स यूज ज्यादा है। गर्मी में आम की गुठली का पाउडर पानी में मिलाएं और इससे नहाएं तो बॉडी की इम्युनिटी बढ़ती है। साथ ही लू नहीं लगती।
इन गुठलियों को तेल में भी कई दिनों तक रखा जाता है। बाद में इसका इस्तेमाल बालों को झड़ने से रोकने में काम आता है। अगर बाल ग्रे हो रहे हैं तो गुठलियों के पाउडर का पेस्ट बनाकर इसे लगाएं, कुछ ही दिनों में बाल नेचुरल रंग में आने लगता है। ममता कुमारी बताती हैं कि इससे बालों की चमक बढ़ती है। अगर इसे दही के साथ मिलाया जाए तो डैंड्रफ को आसानी से खत्म किया जा सकता है।
आम की गुठलियों में बड़ी मात्रा में पोटेशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम और सोडियम मौजूद रहता है। साथ ही इसमें विटामिन की प्रचुर मात्रा रहती है। 100 ग्राम पाउडर में विटामिन ए 1.30 एमजी, विटामिन ई 0.59 एमजी, विटामिन के 0.08 एमजी, विटामिन बी1 0.03 एमजी, विटामिन बी2 0.19 एमजी, विटामिन बी6 0.12 एमजी, विटामिन बी12 0.56 एमजी और विटामिन सी होता है।
इन्हीं कारणों से आम की गुठलियां बीमारियों से लड़ने में मददगार होती हैं। विटामिन ‘सी’, ‘ई’ और ‘ए’ एंटीऑक्सीडेंट्स हैं इसलिए ये हमारी बॉडी को लाभ पहुंचाते हैं।
इसके होने से बॉडी से टॉक्सिक पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलती है। आम की गुठलियां पॉलिफेनोल्स, फाइटोस्टेरोल, सीटोस्टेरॉल और टोकोफेरोल्स का अच्छा स्रोत होती हैं। यानी इनके होने से एसिडिटी को दूर किया जा सकता है।
कंट्रोल में रहता है ब्लड प्रेशर
गुठलियों से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। एक ग्राम भी गुठलियों का पाउडर हर दिन लेने से हृदय रोगों से बचा जा सकता है। नियमित रूप से इसे लिया जाए तो ब्लड सर्कुलेशन में भी बढ़ोतरी होती है। कौलैस्टैरौल लेवल को भी कम करने में मदद मिलती है।
शहद के साथ मिला कर लें गुठली का पाउडर
डायटिशियन ममता कुमारी ने बताया कि जो लोग डायरिया से पीड़ित होते हैं उनमें गुठली का पाउडर रामबाण की तरह काम करता है। पहले आम की गुठली को सुखा लें। फिर इसे पीसकर दरदरा पाउडर बना लें। अब इसे एक ग्लास में पानी में मिला लें। इसमें थोड़ा शहद मिला दें। ध्यान रहे, एक बार में एक ग्राम से अधिक पाउडर का इस्तेमाल नहीं करना है।
गुठलियों में भले प्रोटीन की मात्रा कम होती है लेकिन एमीनो एसिड खूब होती है। इसके ल्यूसाइन, वेलाइन, लाइजीन की वैल्यू अधिक होती है। एमीनो एसिड पाचन क्रिया के लिए अहम होते हैं।
स्कर्वी रोग खत्म करने में मददगार
चूंकि आम की गुठलियों में विटामिन सी प्रचुर होता है। इसलिए स्कर्वी रोगियों के इलाज में गुठलियों के पाउडर का इस्तेमाल होता है। अगर एक भाग पाउडर लेते हैं तो दो भाग गुड़ लीजिए। दोनों को चूना के साथ मिलाकर खाने से स्कर्वी रोग को ठीक किया जा सकता है।
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