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10,000 कदम चलने का चक्कर है खतरनाक:हार्ट-बीपी के हैं मरीज तो कदम गिनना जान पर बन सकता है आफत, जानिए-जरूरी बातें

एक वर्ष पहलेलेखक: श्वेता कुमारी
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फिटनेस बैंड वॉच का चलन तेजी से बढ़ा है। आज ज्यादातर लोगों की कलाई पर यह फिटनेस बैंड नजर आती है, जो हार्टबीट से लेकर स्टेप्स तक काउंट करती है। लोग इस घड़ी को इसलिए भी पसंद करते हैं, ताकि अपनी डेली एक्टिविटी पर नजर बनाएं रख सकें। फिटनेस को लेकर शुरू हुए इस क्रेज के बीच कई लोग हर दिन 10,000 स्टेप्स पूरे करने की कोशिश करते नजर आते हैं। लेकिन हर किसी के लिए इस लक्ष्य को पूरा करना जरूरी नहीं होता है। फिजिशियन डॉ. अंकित जैन के मुताबिक, कुछ ऐसी हेल्थ कंडीशन होती है, जिसमें बहुत ज्यादा वॉक करने से बचना चाहिए।

सेहत के लिए वॉक करना कब अच्छा-कब बुरा?

वॉक करने से कैलोरी बर्न होती है। शरीर एक्टिव रहता है और मोटापे जैसी समस्याएं भी दूर होती हैं। इसी वजह से लोग ऐसे रिस्ट बैंड पहनते हैं, जो हर दिन हमें तय लक्ष्य तक पहुंचने और नए टारगेट बनाने को उत्साहित करते हैं। लेकिन दिल से जुड़ी कई बीमारियां ऐसी हैं, जिसमें हमें बहुत ज्यादा चलने की मनाही होती है। इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर, न्यूरोलॉजिकल कंडीशन, लंग फाइब्रोसिस और हड्डियों से जुड़ी समस्याओं में अधिक चलना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।

फिट रहने के लिए सिर्फ वॉक पर न टिके रहकर एक्सरसाइज करने की आदत डालें।
फिट रहने के लिए सिर्फ वॉक पर न टिके रहकर एक्सरसाइज करने की आदत डालें।

क्या कहती है सर्वे और वॉक से जुड़ी रिपोर्ट्स?

यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स के मुताबिक 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए रोजाना 6000-8000 स्टेप्स चलना भी काफी है। खुद को फिट रखने के लिए हर दिन 10,000 स्टेप्स ही चला जाए, ऐसा जरूरी नहीं। यह दावा है ‘द लेंसेट’ का। अगर अब तक आपका भी ध्यान सिर्फ डेली के स्टेप्स टारगेट पूरा करने की ओर होता था, तो अब थोड़ा संभलने की जरूरत है।

एक्स्ट्रा चलने की कोशिश कई बार सेहत को नुकसान पहुंचाती है।
एक्स्ट्रा चलने की कोशिश कई बार सेहत को नुकसान पहुंचाती है।

ज्यादा चल लिए, तो किन परेशानियों से होगा सामना?

चलने के दौरान एक ही जगह की मसल्स पर बार-बार जोर पड़ता है। ऐसे में उस मसल्स के आसपास किसी पुरानी चोट का दर्द दोबारा शुरू हो सकता है। इसके अलावा लगातार चलते रहने की वजह से घुटनों और एड़ी के जोड़ पर अधिक दबाव पड़ता है, जिसकी वजह से हड्डियों से जुड़ी नई समस्याएं शुरू हो सकती हैं। मसल्स में सूजन, दर्द, जॉइंट पेन, लोअर बैक पेन जैसी समस्याएं भी ज्यादा चलने की वजह से शुरू हो सकती है।

अपनी हेल्थ कंडीशन पर डॉक्टर से बात करें, उनकी सलाह के बाद वॉकिंग टारगेट सेट करें।
अपनी हेल्थ कंडीशन पर डॉक्टर से बात करें, उनकी सलाह के बाद वॉकिंग टारगेट सेट करें।

किन लोगों को बहुत ज्यादा वॉक करने से बचना चाहिए?

ऐसे लोग जिन्हें हार्ट अटैक आ चुका हो, जिसकी हार्ट रेट एबनॉर्मल (अरिद्मिया), डायलेटेड कार्डियोमायोपैथी, ब्रेन स्ट्रोक या कभी पैरालिसिस की समस्या हुई हो, ऐसे लोगों को बहुत ज्यादा वॉक करने से बचना चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह लिए अपने हिसाब से टारगेट सेट कर हर दिन चलना उनकी सेहत के लिए कई मुसीबत खड़ी कर सकता है।

ज्यादा चलने की वजह से हड्डियों और मसल्स से जुड़ी परेशानी शुरू हो सकती है।
ज्यादा चलने की वजह से हड्डियों और मसल्स से जुड़ी परेशानी शुरू हो सकती है।

वॉक करने के दौरान किन सावधानियों का ध्यान रखना है जरूरी?

  • वॉक इतना न करें कि ये पूरे दिन की थकान की वजह बन जाए।
  • वॉक के दौरान बॉडी पॉश्चर का ध्यान रखें, वरना शरीर दर्द करेगा।
  • वॉक के दौरान जूते पहने, चप्पल पहनकर वॉक करने से बचें।
  • कोशिश करें कि वॉक करने के लिए हर दिन एक टाइम फिक्स हो।
  • अपना हेल्थ चेकअप करवाने के बाद डॉक्टर की सलाह पर वॉक शुरू करें।
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