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काली मिर्च-जीरा-मिश्री के फायदे:सही तरीके से खाएं, बढ़ेगी इम्यूनिटी और एनर्जी, खांसी, गले की खराश, हिचकी होगी दूर, हाजमा रहेगा दुरुस्त

6 महीने पहले
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काली मिर्च, जीरा और मिश्री सेहत के लिए फायदेमंद है। खास तौर पर काली मिर्च गले की खराश, कब्ज, अपच जैसी प्रॉब्लम्स को दूर करती है। काली मिर्च में विटामिन सी, विटामिन ए, बीटा कैरोटीन, एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेंट्स गुण पाए जाते हैं। वहीं मिश्री में विटामिन बी12, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, एंटी-इन्फ्लेमेटरी, फाइबर जैसे गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा जीरा भी विटामिन ए, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर है। इसके इस्तेमाल से बीमारियां दूर होती हैं। आइए, आयुर्वेदाचार्य डॉ. आर पी पराशर से जानते हैं काली मिर्च, जीरा और मिश्री से होने वाले फायदे।

काली मिर्च, जीरा और मिश्री खाने के फायदे

एनर्जी बढ़ाए

काली मिर्च, जीरा और मिश्री के सेवन से थकान, कमजोरी और तनाव दूर होता है, एनर्जी बढ़ती है। ज्यादा थकान है तो काली मिर्च, जीरा और मिश्री का एक साथ सेवन करें। इससे एनर्जी बढ़ाने में मदद मिलेगी।

डाइजेशन दुरुस्त रहे

काली मिर्च, जीरा और मिश्री डाइजेशन दुरुस्त करते हैं। इनके सेवन से गैस, अपच, पेट फूलना, सूजन और कब्ज की परेशानी भी दूर की जा सकती है।

वेट लॉस करे

वजन घटाने के लिए काली मिर्च, जीरा और मिश्री काफी फायदेमंद हैं। काली मिर्च में फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो फैट कम करते हैं। वहीं मिश्री भूख कंट्रोल करती है। जीरा पेट की चर्बी घटाने में असरदार है। तेजी से वजन कम करना चाहते हैं तो काली मिर्च, जीरा और मिश्री को पीस कर गर्म पानी के साथ सेवन करें।

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर जीरा एनर्जी बढ़ाता है और स्किन प्रॉब्लम्स में राहत देता है।
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर जीरा एनर्जी बढ़ाता है और स्किन प्रॉब्लम्स में राहत देता है।

इम्यूनिटी बढ़ाए

इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए काली मिर्च, जीरा और मिश्री का सेवन कर सकते हैं। इससे स्ट्रेस और थकान दूर होती है।

कफ में रिलीफ

खांसी, जुकाम जैसी परेशानी को कम करने के लिए काली मिर्च, जीरा और मिश्री का सेवन करें। इसके लिए तीनों को एक साथ मिक्स कर लें और घी के साथ सेवन करें।

गले की खराश में आराम

काली मिर्च, जीरा और मिश्री का सेवन करने से गले की खराश में आराम मिलता है। बलगम, गले में दर्द और ओरल कैविटी की परेशानी हो तो इनका सेवन करें।

दिमाग के लिए है फायदेमंद

कमजोर याददाश्त या मानसिक तनाव है तो काली मिर्च के साथ मिश्री का सेवन करें। इनके सेवन से दिमागी थकान दूर होगी और याददाश्त भी अच्छी रहेगी। इन दोनों के सेवन से नींद की समस्या भी दूर होती है। दिमाग को ताजा रखने के लिए इस मिश्रण का प्रयोग करें।

मिश्री में आयरन की अच्छी मात्रा होती है, जो खून की कमी को दूर करने में मददगार है।
मिश्री में आयरन की अच्छी मात्रा होती है, जो खून की कमी को दूर करने में मददगार है।

स्किन प्रॉब्लम्स दूर करे

फोड़े-फुंसी, मुंहासों पर काली मिर्च पीस कर लगा लें, आराम मिलेगा। हालांकि इसे लगाना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन तेजी से आराम पाने के लिए ये रामबाण इलाज है।

हिचकी से राहत

मिश्री और काली मिर्च को पीस कर एक गिलास पानी में उबाल लें। इसे पीने से हिचकी की समस्या दूर हो जाती है। 5 काली मिर्च को जलाकर पीस कर बार-बार सूंघने से हिचकी की प्रॉब्लम दूर होती है।

सोने से पहले खाएं

रात में सोने से पहले मिश्री और काली मिर्च खाने के बाद पानी न पिएं।

ऐसे भी कर सकते हैं काली मिर्च का इस्तेमाल

औषधीय गुणों से भी भरपूर काली मिर्च का कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं। यह पेट से लेकर स्किन की प्रॉब्लम में काम आती है। काली मिर्च सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाती, कई बीमारियों के इलाज में भी सहायक है।

  • सर्दी-जुकाम- 8-10 काली मिर्च, 10-15 तुलसी के पत्ते मिलाकर चाय बनाकर पीने से आराम मिलता है। 100 ग्राम गुड़ पिघला कर 20 ग्राम काली मिर्च का पाउडर मिलाएं। थोड़ा ठंडा होने पर उसकी छोटी-छोटी गोलियां बना लें। खाना खाने के बाद 2-2 गोलियां खाने से खांसी में आराम मिलता है। एक चम्मच शहद में 2-3 पिसी काली मिर्च और चुटकी भर हल्दी मिलाकर खाने से जुकाम में बनने वाले कफ से राहत मिलती है।
  • बुखार- तुलसी के पत्ते, काली मिर्च और गिलोय का काढ़ा पीना फायदेमंद है।
  • गला बैठना- सात काली मिर्च और सात बताशे रात में सोने से पहले चबाकर खाएं।
  • काली और सूखी खांसी- दो चम्मच दही, एक चम्मच चीनी और 6 ग्राम पिसी काली मिर्च मिलाकर चाटने से काली और सूखी खांसी में आराम मिलता है।
  • लंग्स इंफेक्शन- फेफड़े या सांस नली में इंफेक्शन होने पर काली मिर्च और पुदीने की चाय का सेवन करें। इसके अलावा पिसी काली मिर्च, घी और मिश्री बराबर मात्रा में मिलाएं। सुबह-शाम एक-एक चम्मच लें।
  • डाइजेशन- काली मिर्च और काला नमक, दही में मिलाकर खाने से पाचन संबंधी बीमारियां दूर होती हैं। छाछ में काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर पीने से पेट के कीटाणु मरते हैं और पेट की बीमारियां दूर होती हैं। पेट में गैस की समस्या होने पर एक कप पानी में आधा नींबू का रस, आधा चम्मच पिसी काली मिर्च और आधा चम्मच काला नमक मिलाकर पिएं।
  • बवासीर- 20 ग्राम काली मिर्च, 10 ग्राम जीरा और 15 ग्राम शक्कर या मिश्री पीस कर मिश्रण बना लें। इसे सुबह-शाम पानी के साथ फांक लें। बवासीर रोग में आराम मिलेगा। काली मिर्च आंखों के लिए उपयोगी है। भुने आटे में देसी घी, काली मिर्च और चीनी मिलाकर मिश्रण बनाएं। सुबह-शाम 5 चम्मच मिश्रण का सेवन करें।
  • पायरिया से निजात- नमक के साथ काली मिर्च पाउडर मिलाकर मंजन करने से पायरिया ठीक होता है। साथ ही दांतों में चमक और मजबूती बढ़ती है। मुंह से बदबू आती है, तो दो काली मिर्च रात में ब्रश करने से पहले चबा लें।
  • हाई ब्लड प्रेशर- ब्लड प्रेशर काबू करने के लिए दिन में 2-3 बार 5-5 दाने काली मिर्च के साथ 20-20 दाने किशमिश का सेवन करें। आधा गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच काली मिर्च पाउडर घोलकर 2-2 घंटे के अंतराल पर पीने से बीपी नॉर्मल रहता है।
काली मिर्च इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करती है।
काली मिर्च इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करती है।

काली मिर्च, जीरा और मिश्री से होने वाले नुकसान

किसी भी चीज की अति सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसा ही कुछ काली मिर्च और मिश्री के साथ भी है। अगर काली मिर्च और मिश्री की मात्रा ज्यादा हो जाए तो यह सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकती है-

  • प्रेग्नेंट या ब्रेस्ट फीड कराने वाली महिलाएं डाइट में इन चीजों को शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
  • काली मिर्च, जीरा और मिश्री की अधिकता पेट खराब कर सकती है।
  • गर्मियों में काली मिर्च का सेवन कम मात्रा में करें, वरना नाक से खून बहना, चेहरे पर लालिमा जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

डिस्क्लेमर- यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है। इनके उपयोग से पहले एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।

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