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जरूरत की खबर16 डिग्री पर चलाते हैं AC:चेहरे पर पड़ने लगेंगी झुर्रियां, ब्लड प्रेशर होगा अप-डाउन, जानिए क्यों होता है ये

3 दिन पहले
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गर्मी। रोजाना बढ़ती जा रही है। मई-जून के महीने तक यही हाल रहता है। इससे राहत पाने के लिए हम घर, कार, ऑफिस, मॉल जैसी जगहों पर एयर कंडीशनर यानी AC में रहते हैं।

हर वक्त AC में रहना, धूप से आकर सीधे एसी के कॉन्टैक्ट में आना, एसी से सीधे धूप में जाना यह सब हमें किस तरह बीमार कर सकता है, इस पर आज बात करेंगे।

एक्सपर्ट पैनल:

डॉ. पारस कुमार, पल्मोनोलॉजिस्ट, पारस हॉस्पिटल, गुड़गांव

डॉ. शुचिन बजाज, कंसल्टेंट फिजिशियन, उजाला सिग्नस अस्पताल, दिल्ली

सवाल: क्या AC में रहना नुकसानदेह है?
जवाब:
जितना ज्यादा AC में रहेंगे, उतना बुरा असर हेल्थ पर पड़ता है। दरअसल AC में रहने से शरीर की नमी कम होने लगती है, जिससे कई तरह की बीमारियां होने का रिस्क बढ़ जाता है।

AC की वजह से कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं इसे नीचे लगे ग्राफिक से समझते हैं।

सवाल: इतनी सारी बीमारियों की वजह एसी कैसे हो सकता है, डिटेल में बताएं?
जवाब:
AC में रहने से रूम टेम्प्रेचर और ह्यूमिडिटी यानी आर्द्रता में अचानक बदलाव होता है। इससे सूखापन होता है। इससे रेस्पिरेटरी सिस्टम पर असर पड़ता है। इस वजह से सांस से रिलेटेड कई समस्याएं होती हैं। जैसे- नाक बंद होना, बार-बार छींक आना, गला सूखना। अस्थमा पेशेंट को ज्यादा परेशानी होती है।

इस वजह से दूसरी भी कई दिक्कतें होती हैं। जैसे आंखों में जलन, सूखापन और धुंधला दिखाई देना, शरीर का पानी सूख जाना, माइग्रेन और सिरदर्द।

सवाल: एसी एलर्जी की वजह कैसे बन जाता है?
जवाब:
इसकी वजह भी नमी के खत्म होने से है। ठंडी और ड्राई हवा में वायरस और जर्म्स जल्दी पैदा होते हैं और फैलते भी हैं। जिसकी वजह से ये नाक में घुस जाते हैं। जो सूजन और इन्फेक्शन का कारण बनते हैं।

जिन्हें एलर्जी से जुड़ी कोई प्रॉब्लम है उन्हें पूरा टाइम AC में रहने से एलर्जिक रायनाटिस हो सकता है। AC से जुड़ी इस एलर्जी में सर्दी जुकाम, सिरदर्द जैसी प्रॉब्लम हो सकती हैं। इस इन्फेक्शन को हे फीवर भी कहा जाता है।

सवाल: AC में देर तक रहने पर घुटन जैसी होने लगती है, ऐसा क्यों?
जवाब:
पूरा दिन एसी चलने पर कमरे का दरवाजा, खिड़की बंद रहती है। जिससे वेंटिलेशन सही से नहीं हो पाता है। ऐसे में दूषित हवा में हम सांस लेते रहते हैं।

AC रूम की हवा को रिसाइकिल करता है। फ्रेश हवा में ऑक्सीजन के अलावा और भी कई कंपोनेंट होते हैं जिनके न मिलने पर घुटन महसूस होती है।

सिक बिल्डिंग सिंड्रोम होने की वजह भी यह है। इस सिंड्रोम में सूखी खांसी, नाक से खून आना, इन्फेक्शन, उल्टी जैसी परेशानियां हो सकती हैं। कुल मिलाकर जब भी आपके शरीर को प्रॉपर वेंटिलेशन नहीं मिलेगा आपको कई तरह की प्रॉब्लम होगी।

सवाल: AC में रहने से और जल्दी बूढ़े होने का क्या रिलेशन है?
जवाब:
ठंडी और ड्राई हवा में रहने से पसीना कम निकलता है और ऑयल ज्यादा निकलने लगता है। इससे मुंहासे, समय से पहले झुर्रियां और स्किन में जलन हो सकती है।

तेज टेम्प्रेचर में रहने से स्किन के पोर्स तक बंद हो जाते हैं, जिससे स्किन इन्फेक्शन हो जाता है।

इसलिए हर समय AC में रहने वाले लोग समय से पहले बूढ़े लगने लगते हैं।

सवाल: AC का ब्लड प्रेशर से क्या लेना-देना है?
जवाब:
घंटों AC की ठंडी हवा में बैठने से शरीर का टेम्प्रेचर नीचे चला जाता है यानी लो हो जाता है। इससे शरीर की कोशिकाएं यानी सेल्स और नसें सिकुड़ने लगती हैं। ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। यही ब्लड प्रेशर के ऊपर-नीचे होने का कारण बनता है।

सवाल: बहुत से लोग बोलते हैं कि AC में रहने से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं क्या ऐसा होता है?
जवाब:
ये सबके लिए सही नहीं है। बस जिन्हें गठिया यानी अर्थराइटिस की परेशानी है, उन्हें AC की हवा से दिक्कत हो सकती है, जोड़ों में दर्द और सूजन बढ़ सकता है।

सवाल: इसका मतलब गर्मी के मौसम में AC में रहकर हम कोई गलती कर रहे हैं?
जवाब:
नहीं। बस आपको सही समय पर और सही तरह से AC चलाने की जरूरत है। अगर बीमार हैं तो एसी में नहीं रहना चाहिए। इसके अलावा कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे-

  • धूप से आने के बाद सीधे हाई टेम्प्रेचर AC वाले रूम में न बैठें।
  • AC में रहने के बाद पर जब तक शरीर का टेम्प्रेचर नॉर्मल न हो, तब तक बाहर न निकलें।

सवाल: नॉर्मली AC को कितने टेम्प्रेचर पर चलाना चाहिए?
जवाब:
ब्यूरो ऑफ एनर्जी एफिशिएंसी की रिपोर्ट कहती है कि सांइटिफिट तौर से मानव शरीर के लिए 24 डिग्री AC का तापमान सही है। 24 से कम तापमान सेहत के लिए सही नहीं है।

एक्सपर्ट कहते हैं कि AC की हवा उतनी बुरी नहीं है। लेकिन जैसे ही हम इसे 16 से 18 डिग्री पर लाते हैं, प्रॉब्लम होने लगती है।

इसलिए दिन के मुकाबले रात में टेम्प्रेचर कम 2 से 3 डिग्री कम कर सकते हैं। एक बार AC चलाकर कमरा ठंडा कर लें और फिर थोड़ी देर बाद AC बंद कर दें। पंखा और AC साथ चलाया है तो टेम्प्रेचर ज्यादा ही रखें।

AC का असर शरीर पर होगा कम, करें ये उपाय

  • कोशिश करें कि कम AC का इस्तेमाल करें।
  • नहाने से पहले रोजाना तेल से मालिश करें।
  • नाक में 2-2 बूंद घी या तेल डालें।
  • खाने में घी का इस्तेमाल करें।
  • खाने में पुदीने और सौंफ यूज करें।

सोर्स- डॉ. अमृता शर्मा, आयुर्वेदाचार्य

अब AC से जुड़ी कॉमन सवालों का जवाब जान लें

सवाल: AC में रहना क्या जानलेवा भी हो सकता है?
जवाब:
एयरकंडीशनर सीधे तौर पर जान के लिए खतरा नहीं है। लेकिन इससे लीक हुई जहरीली गैस जानलेवा हो सकती है। AC का कंप्रेशर फटने की वजह से कई लोगों की जान जा चुकी है। इसलिए अलर्ट रहें।

सवाल: AC में कौन सी गैस होती है?
जवाब:
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट में प्रोग्राम मैनेजर अविकल सोमवंशी बताते हैं अभी भारत में जिस गैस का ज्यादातर इस्तेमाल हो रहा है, वो हाइड्रो फ्लोरो कार्बन है।

सवाल: AC से गैस लीक का पता कैसे चलेगा?
जवाब:
इसका पता करना थोड़ा मुश्किल है। AC की गैस की कोई गंध नहीं होती है। कुछ सिचुएशन में ऐसा हो सकता है। जैसे-

  • अगर AC सही से फिट नहीं है।
  • जिन पाइपों में गैस दौड़ती है, वो सही न हो।
  • पुराने AC की ट्यूब में जंग लग जाए तब।
  • जब AC अच्छे से ठंडा नहीं कर रहा हो।

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