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डाउनलोड करें1 अप्रैल से देश में न्यू एमिशन नॉर्म्स BS-6 फेज-2 लागू होने का असर दिखने लगा है। लागत बढ़ने के चलते कंपनियां कारों के दाम बढ़ा रही हैं। इस साल अब तक लगभग सभी कंपनियों ने कारें 5% तक महंगी कर दी हैं। ये सिलसिला साल के आखिर तक जारी रह सकता है।
जनवरी में कई मॉडलों के दाम बढ़ा चुकी कार कंपनियों ने मार्च-अप्रैल और मई में फिर कीमतें बढ़ा दीं। किआ इंडिया और एमजी मोटर इंडिया ने मार्च में और मारुति सुजुकी व महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अप्रैल में इस साल दूसरी बार कीमतें बढ़ाईं।
होंडा ने अप्रैल में कुछ मॉडलों के दाम बढ़ाए और कुछ के जून में बढ़ाने की तैयारी है। वहीं टाटा मोटर्स ने मई में कारें और कमर्शियल वाहनों की कीमतों में 0.6 फीसदी से लेकर 5 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है। कंपनियों के अधिकारियों का कहना है कि नए मानक लागू होने के बाद उन्हें कारों में अितरिक्त उपकरण लगाने पड़ रहे हैं। इनकी लागत का कुछ बोझ धीरे-धीरे ग्राहकों पर डाला जा रहा है।
जून में और सितंबर के बाद और बढ़ सकते हैं दाम: एक्सपर्ट
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री से जुड़े विशाल दामले के मुताबिक, न्यू एमिशन नॉर्म्स से कारों की लागत बढ़ गई है। इसके चलते कंपनियां इस साल की शुरुआत से धीरे-धीरे दाम बढ़ा रही हैं। जून तक अलग-अलग मॉडल के हिसाब से 3 से लेकर 20 हजार रुपए तक की बढ़ोतरी होगी। सितंबर के बाद कीमतों में 0.5% से 2% तक की और बढ़ोतरी की जा सकती है।
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