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May 29,2019 11:30:53 AM ISTनई दिल्ली. मोदी सरकार की गरीबों को लुभाने वाली उज्जवला स्कीम का विस्तार किया जाएगा। पहले कार्यकाल में इस योजना ने जमकर सुर्खियां बटोरी थीं। अब मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में इसका विस्तार करते हुए स्कीम के तहत गरीब महिलाओं को पांच किलो वाला सिलेंडर देने की तैयारी है। पांच किलो का सिलेंडर मिलने से लोग ज्यादा संख्या में रिफिल करा सकेंगे।
180 रुपए में रिफिल होगा छोटू सिलेंडर
सूत्रों ने बताया कि अगले 100 दिनों में इस योजना के अंतर्गत आठ करोड़ लोगों को कनेक्शन देने का टारगेट पेट्रोलियम मंत्रालय ने रखा है। अभी तक इस योजना के तहत 4.19 करोड़ कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इस टारगेट के पूरा होने के बाद पांच किलो का सिलेंडर देना अनिवार्य कर दिया जाएगा। पांच किलो का सिलेंडर देना इसलिए अनिवार्य होगा क्योंकि देखा गया है इस योजना के तहत बांटे गए कनेक्शन में लोग दोबारा से सिलेंडर को रिफिल नहीं कराते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इस सिलेंडर की रिफिल कराने के लिए लोगों को 700-800 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। इस रिफिल पर लोगों को किसी तरह की सब्सिडी भी नहीं मिलती है। लेकिन अब पांच किलो के सिलेंडर को रिफिल कराने में 260 रुपये खर्च होंगे और इसमें 80 रुपये सब्सिडी के तौर पर बैंक खाते में आएंगे। इस हिसाब से यह सिलेंडर केवल 180 रुपये का पड़ता है। वहीं पांच किलो के सिलेंडर का वजन भी काफी कम होता है, जिससे इसे आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है।
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स्कीम में गैस कनेक्शन का खर्च सरकार उठाती है
वर्ष 2016 में उत्तर प्रदेश से यह स्कीम शुरू की गई थी। पहले चरण में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को मुफ्त में गैस कनेक्शन दिया गया था। इसमें 1600 रुपये का खर्चा सरकार ने वहन किया था। यह कनेक्शन उस परिवार में मौजूद महिला सदस्य के नाम जारी किया जाता है। इसके तहत लोगों को एक चूल्हा, 14.2 किलो वाला सिलेंडर और रेग्यूलेटर दिया जाता है।
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तीन सिलेंडर प्रति वर्ष का आंकड़ा
उज्जवला योजना के तहत जो कनेक्शन दिए गए है, उनमें औसतम साल में लोग तीन बार ही रिफिल कराते हैं। यह आंकड़ा राष्ट्रीय औसत से कम है। पूरे देश में लोग एक साल में सात बार रिफिल कराते हैं। दिल्ली में अभी 14.2 किलो का एक सिलेंडर 712 रुपये का पड़ रहा है। इस पर 215 रुपये की सब्सिडी मिलती है।