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डाउनलोड करेंवाराणसी के मौसम में बदलाव शुरू हो गया है। उमस का भी प्रभाव अब घटने लगा है। सूखी हवा भी चलनी शुरू हो गई है। रात का तापमान भी थोड़ा कम हुआ है। दशहरा के बाद ठंड के संकेत मिल रहे हैं। बताया जा रहा है केदारनाथ में बर्फबारी होने के 2 दिन बाद काशी में ठंड की शुरूआत हो जाएगी।
इसको लेकर काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि दशहरा के बाद महसूस होने लगेगा। रात में तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक नीचे जा चुका है। हालांकि, वेस्टर्न डिस्टरबेंस अभी शुरू नहीं हुआ है, नहीं तो असर दिख जाता। उन्होंने बताया कि फिलहाल, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के ऊंचाई वाले इलाकों में सोमवार को इस सीजन की पहली बर्फबारी हुई है। मगर, बर्फबारी के दौरान चल रही हवा उत्तर भारत आने से पहले चीन की ओर मुड़ गई।
यदि यह बर्फीली हवा श्रीनगर, शिमला और केदारनाथ तक पहुंचती तो हम मान सकते थे कि अब 2 दिन के अंदर ही वाराणसी समेत पूरे उत्तर प्रदेश में ठंड तेजी से बढ़ सकती है। मगर, ऐसा नहीं हुआ। हिमाचल और उत्तराखंड की बर्फबारी ही उत्तर भारत में एकाएक ठंडक बढ़ाने की वजह बनेगी।
मानसून का हल्का असर है, बनारस नहीं पहुंचेंगे बादल
मौसम विज्ञान विभाग ने 3 दिन के बाद वाराणसी में गरज-चमक के साथ बारिश का संकेत दिया है। हालांकि बिहार, झारखंड और बंगाल में अभी बारिश शुरू नहीं हुई है। इसलिए वाराणसी में कब तक बारिश होगी, यह अभी निश्चित नहीं है। प्रोफेसर श्रीवास्तव ने बताया कि मानसून के बादल तो अब इस क्षेत्र से लौट गए हैं, लेकिन उसका हल्का-फुल्का असर अभी भी कुछ क्षेत्रों में बना हुआ है। जिस तरह से बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम बन रहा है, उससे झारखंड के धनबाद तक बारिश हो सकती है। मगर अभी यह कहना ठीक नहीं होगा कि वाराणसी में बारिश होगी। उम्मीद कम है, बादल यहां तक पहुंचे।
आज का औसत तापमान 24 डिग्री
आज वाराणसी का औसत तापमान 24 डिग्री सेल्सियस है। वहीं अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस पर रहा। सुबह से 6 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा बह रही है और इसमें नमी की मात्रा 89 फीसदी तक दर्ज की गई।
AQI 119 अंक पर
वाराणसी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 119 अंक पर पहुंच गया है। अर्दली बाजार 113 अंक के साथ सबसे कम प्रदूषण वाला इलाका रहा। वहीं सबसे अधिक प्रदूषण मलदहिया में 128 अंक, उसके बाद 119 अंक के साथ BHU तीसरे पर और अंत में भेलूपुर 115 अंक रहा। वाराणसी में बढ़े प्रदूषण के पीछे धूल-मिट्टी का उड़ना है। इसकी वजह से PM10 प्रदूषक तत्वों की अधिकतम मात्रा 214 अंक पर आ गया है। वहीं, PM2.5 की मात्रा 171 अंक दर्ज किया गया।
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