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डाउनलोड करेंवाराणसी में BHU और गोरखपुर के छात्रों ने UPTET परीक्षा में पेपर लीक होने का जबरदस्त विरोध किया। पूर्वांचल के कई जिलों से बेरोजगार युवाओं को इकट्ठा कर गोरखपुर से निकली 'रोजगार अधिकार यात्रा' आज वाराणसी पहुंची। लंका स्थित BHU गेट पर प्रतियोगी परीक्षाओं की नाकामियों के लिए छात्रों ने सरकार को खूब खरी-खोटी सुनाई। अब 2 दिसंबर को लखनऊ में विधानसभा का घेराव किया जाएगा।
युवा रोजगार अधिकार मोर्चा के पूर्वांचल प्रभारी राकेश सिंह ने कहा कि आजादी के पहले भी UP के लोगों को दूसरे राज्यों गिरमिटिया मजदूरों के रूप ले जाया जाता था। आजादी के 70 साल बाद भी हमें पान बेचने, पकोड़ा तलने, भीख मांगने की सलाह दी जा रही है। वहीं बेरोजगार युवाओं का मजाक उड़ाया जा रहा है।
योगी सरकार में 28 परीक्षाएं हुईं, जिसमें 24 के पेपरलीक हुए। बाकियों में भ्रष्टाचार और सॉल्वर गैंग का हाथ रहा। वहीं बाकी 4 भर्तियां कोर्ट कचहरी के चक्कर मे फंसा दी गईं।
जामिया की छात्रा बोली महिलाओं के लिए खतरनाक है UP
जामिया मिलिया की छात्रा चंदा यादव ने कहा कि जबसे मोदी-योगी की सरकार आई है रोजगार के बजाय सांप्रदायिक उन्माद और बेरोजगारी के दलदल में युवाओं को धकेल दिया गया है। महिला सुरक्षा के लिहाज से UP भारत का सबसे खतरनाक स्टेट बन गया है।
UP में 25 लाख पद हैं खाली
पहले और दूसरे लॉकडाउन के दौरान 24 करोड़ लोगों का रोजगार छीना गया। बाद में स्थिति सही हुई, लेकिन इनमें से 4 करोड़ लोगों को भी रोजगार दोबारा नहीं दिया जा सका। छात्रों ने कहा कि अब यह रोजगार अधिकार यात्रा "रोजगार को मौलिक अधिकार बनाने' के लिए है। निजीकरण पर रोक, यूपी में खाली पड़े 25 लाख पदों पर भर्ती विज्ञप्ति निकालने, 10 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ते का कानून बनाने' की मांग लखनऊ में विधानसभा के सामने उठाई जाएगी।
लोन देकर सरकार बता रही दे दी नौकरी
इस अधिकार यात्रा का नेतृत्व करते हुए ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) यूपी के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश पासवान ने कहा कि केंद्र सरकार 8 करोड़ लोगों को कर्जदार बनाकर और प्रदेश सरकार साढ़े 4 लाख युवाओं को लोन देकर सरकारी नौकरी देने का झूठा वादा कर रही है। असलियत यह है कि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर रेलवे, यूनिवर्सिटी, हॉस्पिटल, सरकारी कंपनियों, एयरलाइंस और किसानों के खेत पूंजीपतियों के हाथों में बेचा जा रहा है।
जिलाें में कारखाने नहीं बचे
छात्रों ने बताया कि जिलों में कारखाने नहीं हैं, चीनी मिलें बंद हैं। बिजली निजी हाथों में बेचकर वाराणसी और भदोही के हथकरघा उद्योग पर हमला कर दिया गया। खेती-किसानी, रेलवे, UPPCL, हेल, गेल, भेल समेत सरकारी परिसंपत्तियों से लेकर छोटे उधोग धंधे को भी पूंजीपतियों के हाथों में बेच रही है। रोजगार के अवसरों का निजीकरण करने के खिलाफ यह "रोजगार अधिकार यात्रा' निकाली गई है।
BHU गेट पर रोजगार अधिकार यात्रा निकाल रहे युवाओं में से आइसा BHU के प्रभारी राजेश ने कहा कि हम इस स्तर की राजनीति को खारिज करते हैं। सम्मानजनक, सुरक्षित और नियमित रोजगार के लिए छात्र एकजुट हो रहे हैं। रेवोल्यूशनरी यूथ एसोसिएशन ( RYA) के प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश यादव ने बनारस पहुंचने पर धन्यवाद ज्ञापित किया। सभा में नेहा ओझा, सोनाली, राजेश, विश्वजीत, कुलदीप झा, नवीन, अभिषेक, अविनाश, जगत जग्गू, आदित्य , समेत सैकड़ों लोग उपस्थित रहे ।
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