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डाउनलोड करेंकानपुर के जितेंद्र श्रीवास्तव की पुलिस हिरासत में मौत के बाद वाराणसी से सपा के MLC आशुतोष सिन्हा ने CBI जांच की मांग उठाई है। आशुतोष सिन्हा ने ADM सिविल सप्लाई को राज्यपाल के नाम से संबोधित करते हुए ज्ञापन दिया है। इसमें बताया कि जितेंद्र श्रीवास्तव की पुलिस कस्टडी में मौत हुई है। राज्यपाल को पत्र लिखा कि उत्तर प्रदेश पुलिस की पिटाई से उस युवक की मौत हुई है। वहीं इस सरकार में इस तरह के मौतों के आंकड़ों में बेतहाशा बढ़ोतरी होती जा रही है। यूपी पुलिस की छवि रक्षक से भक्षक की बन गई है। कई जिलों में इस महीने इस तरह की हृदय विदारक घटनाएं सामने आईं हैं। इससे प्रदेश वासियों में भारी आक्रोश और डर का माहौल बन गया है।
कानपुर के कल्याणपुर स्थित IIT सोसाइटी निवासी युवक जितेंद्र श्रीवास्तव को चोरी के शक में पहले पुलिस ने हिरासत में लिया। इसके बाद पुलिसकर्मियों द्वारा बर्बर तरीके से पीटा गया। हालत गंभीर हुई और व्यक्ति की 2 दिन पहले मौत हो गई। सपा नेताओं ने कहा पोस्टमार्टम में मृतक के शरीर पर बेल्ट के सैकड़ों निशान मिले। इससे उसका पूरा शरीर काला पड़ गया था। पुलिस की घिनौनी हरकत का पता इसी से लगाया जा सकता है। आशुतोष सिन्हा ने कहा कि सभी नियम, कानून व व्यवस्थाओं को ताक पर रख कर पुलिस अपने पद और अधिकारों का दुरुपयोग कर रही है। पुलिसकर्मियों पर दंडात्मक कार्यवाही बहुत जरूरी है। ताकि ऐसे कृत्यों की पुनरावृत्ति न हो सके।
50 लाख की आर्थिक मदद और नौकरी भी मांगी
MLC सिन्हा ने CBI जांच के साथ ही मृतक के परिजनों को 50 लाख की आर्थिक मदद और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की बात कही है। साथ ही में दोषी पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें तत्काल बर्खास्त किया जाए। इस दौरान सिविल सप्लाई को ज्ञापन देने वालों में अतुल श्रीवास्तव, राहुल श्रीवास्तव, अमित श्रीवास्तव, पीयूष श्रीवास्तव, रमाकांत जायसवाल, कलाधर तिवारी, मुन्ना लाल यादव, एडवोकेट इमरान खान, डीपी सिंह, अश्विनी सिंह और बलवंत सिंह आदि लोग मौजूद रहे।
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