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डाउनलोड करेंसिद्धार्थनगर के इटवा में सोमवार को इटवा थाने के सामने रामलीला मैदान के निकट निर्माण के लिए खोदे जा रहे गड्ढे की खबर पर पूर्व बेसिक शिक्षा मंत्री डा. सतीश द्विवेदी समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान दो पक्ष आमने सामने आ गए। एक पक्ष का कहना था कि, रामलीला मैदान में हनुमान मंदिर की जमीन पर कब्जा का प्रयास किया जा रहा है, जबकि दूसरे पक्ष का कहना था कि जहां कार्य कराया जा रहा है, वह उनकी लिखित जमीन है। फिलहाल पुलिस ने कार्य रुकवा दिया है।
नगर पंचायत इटवा के रामलीला मैदान के आसपास खाली जमीन पड़ी है। मैदान के एक किनारे निर्माण के लिए खुदाई कराई जा रही थी। तभी एक पक्ष ने इसकी सूचना पूर्व मंत्री डा. सतीश द्विवेदी को दी। वह दर्जनों कार्यकर्ताओं व समर्थकों के साथ पहले थाने और फिर रामलीला मैदान पर पहुंचे।
पहले पक्ष वर्मा का कहना है कि जहां खुदाई हो रही है, वह हनुमान मंदिर की जमीन है, जबकि दूसरे पक्ष डा. अरविंद तिवारी व चंद्र प्रकाश दुबे आदि का कहना है कि ये जमीन उनके नंबर में है, जिसके कागज उनके पास हैं। भीड़ अधिक होने के कारण कहा-सुनी से माहौल गर्म हो गया। पुलिस ने निर्माण कार्य को रुकवा दिया। जबकि खोदे गए गड्ढे को एक पक्ष के लोगों ने भरवा दिया।
पूर्व मंत्री डा.सतीश द्विवेदी ने कहा कि, इटवा रामलीला मैदान में हनुमान मंदिर की जमीन पर कुछ लोगों द्वारा अवैध कब्जे का प्रयास किया गया, जिसे तत्काल पुलिस प्रशासन को सूचना देकर रुकवाया गया। मौके पर पहुंचकर कब्जे की कार्रवाई रुकवाई और अवैध कब्जा करने की नियत से खोदे गए गड्ढे को जन सहयोग से भरवाया।
प्रभारी निरीक्षक इटवा बिंदेश्वरी मणि त्रिपाठी ने कहा कि एक पक्ष कह रहा है कि मंदिर की जमीन है, जबकि दूसरे पक्ष का कहना है कि उनकी भूमि है। फिलहाल कार्य रुकवा दिया गया है। दोनों पक्षों को अभिलेख के साथ बुलाया गया है, जो अभिलेख में होगा, उसी के अनुसार कार्रवाई होगी।
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