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डाउनलोड करेंसंतकबीरनगर। गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खलीलाबाद में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इन्द्र विजय विश्वकर्मा ने एमडीए अभियान का शुभारंभ किया है। सीएमओ ने कहा कि फाइलेरिया या हाथीपांव कुरूपता और अपंगता की बीमारी है। इससे बचाव का सबसे सरल और आसान उपाय है कि साल में एक बार चलने वाले मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) राउंड के दौरान पांच साल तक लगातार फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन किया जाए।
इस दवा का सेवन न करने वालों को अगर एक बार हाथीपांव हो जाता है तो बीमारी पर सिर्फ आंशिक नियंत्रण संभव है, इसका संपूर्ण इलाज नहीं हो सकता। इसलिए आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की टीम जब किसी के घर जाए तो उसके सामने दवा का सेवन अवश्य करें। इस मौके पर सीएमओ ने जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ ओपी चतुर्वेदी, अपर मुख्य चिकित्साीधिकारी वेक्टजर बार्न डिजीज डॉ वीपी पाण्डे य, जिला मलेरिया अधिकारी राम सिंह, एपीडेमियोलाजिस्टस ( जिला महामारी रोग विशेषज्ञ ) डॉ मुबारक अली, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एस रहमान, सामुदायिक स्वासस्य्क् केन्द्र खलीलाबाद के अधीक्षक डॉ आर एस यादव समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारियों को दवा खिलाई।
सीएमओ ने खुद दवा खाने के इलाज के लिए आए रामवरन राय को दवा खिलाया। यह अभियान 27 मई तक चलेगा। जिले के सभी ब्लॉक और शहरी क्षेत्र में भी अभियान का शुभारंभ एक साथ किया गया । अभियान में आईसीडीएस, शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग, नगरीय निकाय विभाग समेत कुल 14 सरकारी विभाग, विश्व स्वास्थ्य संगठन, पाथ, प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल(पीसीआई) और सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च(सीफार) जैसी स्वयंसेवी संस्थाएं भी स्वास्थ्य विभाग को सहयोग प्रदान कर रही हैं
सीएमओ ने बताया कि कि जिले में कुल 16.77 लाख लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलानी है। इनमें से दो से 5 साल की आयु के 1.57लाख, 6 से 14 साल आयु के 4.53 लाख व 16 साल से अधिक आयु वर्ग के कुल 10.06 लाख लोगों को यह दवा खिलाई जानी है। इस अवसर पर जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ एसडी ओझा, डॉ वी के सोनी, डॉ सुखदेव व अन्य लोग भी मौजूद रहे।
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