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चंदौसी में गेहूं क्रय केंद्रों पर पसरा सन्नाटा:डेढ़ माह बीतने के बाद भी लक्ष्य के 40 प्रतिशत ही हुई खरीद, अच्छा मुनाफा मिलने से आढ़तियों को गेहूं बेच रहे किसान

चंदौसीएक वर्ष पहले
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चंदौसी के बहजोई में एक अप्रैल से ही गेहूं खरीद शुरू हो गई है, लेकिन डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी सरकारी केंद्रों पर लक्ष्य के सापेक्ष गेहूं खरीद नहीं हो पा रही है। बता दें कि एमएसपी से ज्यादा दाम पर गेहूं बिक रहा है तो किसान क्रय केंद्रों से किनारा कर रहे हैं। क्रय केंद्रों पर सन्नाटे का माहौल बना है। केंद्र प्रभारी भी फुर्सत के पलों में नजर आ रहे हैं।

जनपद संभल में कुल 63 गेहूं क्रय केंद्र बनाए गए हैं। इस बार 2015 रुपये प्रति क्विंतल पर गेहूं खरीदा जाना है। बीती 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद भी शुरू हो गई है, लेकिन केंद्रों पर सन्नाटा पसरा है। जिले को 9 लाख 60 हजार क्विंतल गेहूं खरीद का लक्ष्य मिला है।

सरकारी केंद्रों पर छाया सन्नाटा।
सरकारी केंद्रों पर छाया सन्नाटा।

नहीं हो रही है लक्ष्य की पूर्ति
अधिकारियों को उम्मीद थी कि शुरुआत से ही क्रय केंद्रों पर किसानों की मौजूदगी दिखाई देगी और गेहूं की ठीकठाक खरीद शुरू हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। आज डेढ़ माह बीतने के बावजूद महज 470 क्विंतल गेहूं खरीदा गया है। बता दें कि सरकार ने 2015 रुपये प्रति क्विंतल गेहूं का भाव तय किया है। यही गेहूं बाजार में प्रति कुंतल गेहूं 2150 रुपये के रेट से बिक रहा है। इसी वजह से किसान आढ़तियों को अपना गेहूं बेच रहे हैं। सरकारी केंद्रों पर पूरे समय सन्नाटा पसरा रहता है।