पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंक्षेत्र के गौरा स्टेशन की सड़क हादसे को दावत दे रही है। डामरीकरण ना होने से जगह-जगह मौत के गड्ढे बन गए हैं। यात्रियों के साथ ही राहगीर आए दिन दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। शिकायत के बाद भी विभागीय अधिकारी उदासीन बने हुए हैं। इसे लेकर लोगों में गहरी नाराजगी है।
एक किलोमीटर सड़क की हालत खस्ता
रानीगंज तहसील क्षेत्र के गौरा गांव में रेलवे स्टेशन है। स्टेशन पर पैसेंजर के साथ ही एक्सप्रेस ट्रेनें रुकती हैं। लखनऊ बनारस रेल मार्ग पर स्थित गौरा स्टेशन से प्रतिदिन सैकड़ों लोग यात्रा करते हैं। मगर स्टेशन पर ना तो बुनियादी सुविधाएं हैं और ना ही मुकम्मल रास्ता। लखनऊ बनारस राजमार्ग से गौरा स्टेशन को जोड़ने वाली लगभग 1 किलोमीटर सड़क खस्ताहाल हो चुकी है। सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हैं, सड़क पूरी तरह उखड़ चुकी हैं। आए दिन सड़क पर हादसे हो रहे हैं। यही सड़क करीब दो दर्जन गांवों को भी जोड़ती है। सड़क से राहगीरों का भी बराबर आना जाना लगा रहता है। रात में सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। चार पहिया वाहन से सफर करना तो दूर बाइक से भी चलना दूभर है।खस्ताहाल सड़क पर करीब दो दर्जन से अधिक बड़े हादसे हो चुके हैं।
सड़क स्टेशन को सीधे जोड़ती है
आसपास के लोगों का कहना है कि यह सड़क स्टेशन को सीधे जोड़ती है। इसके अलावा गांव वाले भी बराबर इसी सड़क से होकर अस्पताल मुख्य मुख्यालय का रुक करते हैं। सड़क के डामरीकरण को लेकर कई बार जनप्रतिनिधियों से भी शिकायत की गई सड़क की बदहाली से उन्हें अवगत कराया गया। मगर इसे लेकर सभी उदासीन बनी रहे। ग्रामीणों ने सड़क के निर्माण कराए जाने की मांग की है।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.