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डाउनलोड करेंप्रतापगढ़ में प्रेम-प्रसंग के चलते दो प्रेमी जोड़ों ने नगर कोतवाली में शादी रचाकर एक दूजे हो गए। दोनो प्रेमी जोड़े बालिग थे और बेल्हा देवी मंदिर में शादी करने से पहले उन्होंने कोर्ट मैरिज की थी। आज जब उन्होंने रीति रिवाज के साथ बेल्हा देवी मंदिर में शादी करनी चाही तो दूल्हे के घरवालों ने विवाद कर दिया।
युवक और युवती एक दूसरे से प्यार करते थे और शादी करना चाहते थे। कहीं ना कहीं परिवार के लोग आड़े आ रहे थे उसी को देखते हुए दोनों प्रेमी जोड़ों ने प्रतापगढ़ नगर कोतवाली में एक दूसरे के गले में वरमाला डालकर विवाह कर लिया।
मामला नगर कोतवाली का है जहाँ आज पूरे रीति रिवाज के साथ एक प्रेमी जोड़े ने विवाह की रस्म पूरी की, युवती बबिता पाल अपने परिजनों के साथ बेल्हा देवी मंदिर में शादी के लिए आई हुई थी, पर वर पक्ष के लोगो से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई और वर पक्ष के लोगो ने शादी से मना कर दिया। पर वर अमित पाल और वधू बबिता पाल ने एक दूसरे का हाथ पहले ही थाम लिया था उन्होंने परिजनों की मंशा समझ कर कोर्ट मैरिज कर ली थी। आज उत्पन्न हुए विवाद के बाद उन्होंने प्रतापगढ़ पुलिस की मदद ली और कोतवाली में पुलिस की मौजूदगी में विवाह किया। बरहाल इस विवाह से लड़के के परिवार वाले नाराज थे।
कोतवाली के मंदिर में कराया विवाह
बेल्हा देवी मंदिर में शादी न हो पाने के बाद, प्रेमी युगल ने प्रतापगढ़ के नगर कोतवाली में स्थित मंदिर में सात फेरे लेकर सात जन्मों का साथ निभाने की कसमें खाई और एक दूजे के हो गए। वही सीओ अभय पाण्डेय ने बताया की प्रेमी युगल बेल्हा देवी मंदिर में शादी करने आए थे, जहां पर लड़के पक्ष के लोगों से विवाद हो गया। इसके बाद वह नगर कोतवाली में आए और अपनी बात बताई, उन्होंने बताया वह पूर्व में ही कोर्ट मैरिज कर चुके हैं और वह बालिग हैं जिसके बाद प्रतापगढ़ पुलिस ने उनकी पूरी मदद की और नगर कोतवाली के मंदिर परिसर में ही उनकी शादी गाने-बाजे के साथ धूमधाम से करवाई।
तय करने के बाद घर वालों ने तोड़ दी थी शादी
प्रेमी अमित ने कहा हम एक दूसरे से प्यार करते हैं। हम लोगों के शादी के रिश्ते को पहले घर वालों ने ही तय किया था। और बाद में वही मना करने लगे थे। पर हम दोनों एक दूसरे से प्यार प्यार करने लगे थे, हम लोगों ने घरवालों को बताया की हम लोग बेल्हा देवी मंदिर में शादी करेंगे लेकिन किन्ही कारणों से घरवालों के शादी से एतराज था। बेल्हा देवी मंदिर में उत्पन्न हुए विवाद के बाद हम लोग भागकर कोतवाली आ गए और यहां पर प्रतापगढ़ पुलिस ने हमारी पूरी मदद की और हमारी शादी धूमधाम से करवाई।।
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