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डाउनलोड करेंकल्कि महोत्सव में पहुंचे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर भी पलटवार किया। बोले- कांग्रेस पार्टी उस समय से दलितों की सेवा कर रही है, जब मायावती का जन्म भी नहीं हुआ था। दिग्विजय मायावती के कांग्रेस पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। बसपा सुप्रीमो ने कहा था कि कांग्रेस अच्छे दिनों में दलितों को भूल जाती है। उसे दलितों की याद सिर्फ तब आती है जब उसके बुरे दिन होते हैं।
1920 से दलितों के लिए काम कर रही कांग्रेस
ऐंचौड़ा कम्बोह में प्रेस कांफ्रेंस में दिग्विजय सिंह ने कहा - "1920 में महात्मा गांधी ने छुआछूत के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था। तभी से लेकर कांग्रेस का कार्यक्रम चल रहा है। आजादी के बाद संविधान में भी दलितों के लिए जो प्राविधान किया गया है वह कांग्रेस की ही देन थी।" दिग्विजय बोले- मायावती शायद इसका इतिहास नहीं जानती हैं।
UP में कांग्रेस की बात होना बड़ी उपलब्धि
2022 के चुनावों पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रियंका गांधी ने कांग्रेस के पक्ष में दमदार माहौल तैयार किया है। लखीमपुर खीरी से लेकर हाथरस और आगरा तक वह लोगों की आवाज बनी हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की एक नई टीम खड़ी कर दी है। बोले- पहले उत्तर प्रदेश में कोई कांग्रेस की बात नहीं करता था। लेकिन पिछले 4 महीने में प्रियंका गांधी ने सड़क पर संघर्ष करके माहौल बदल दिया है। अब लोग कांग्रेस की बात करने लगे हैं। यह बड़ी उपलब्धि है। दिग्विजय ने कहा- 2022 में कांग्रेस के पक्ष में अच्छे नतीजे आएंगे।
1925 से भय और नफरत की राजनीति कर रहा संघ
दिग्विजय सिंह बोले- भारतीय जनता पार्टी धर्म के नाम पर लोगों को गुमराह करती आई है। कहा- "जैसे हिटलर ने यहूदियों काे मुद्दा बनाकर डर और भय का साम्राज्य बनाया था वैसे ही संघ 1925 से भय और नफरत की राजनीति करता आया है।" बोले- भाजपा के पास और कोई मुद्दा नहीं है। लेकिन यह बार- बार भाजपा के काम नहीं आएगा।
धर्म को राजनीतिक हथियार बना रहे कुछ लोग
कल्कि महोत्सव के मंच से दिग्विजय सिंह ने कहा कि धर्म का पालन करना कोई राजनीतिक हथियार नहीं है। लेकिन कुछ लोग धर्म को राजनीतिक हथियार के रूप में उपयोग करते हैं। यदि सभी धर्म के लोग अपने धर्म को राजनीतिक हथियार की तरह इस्तेमाल करने लगेंगे तो संगठित समाज का क्या हश्र होगा, इसे समझा जा सकता है। सर्वधर्म समभाव हमारा मूल मंत्र है और यही सनातन धर्म की परंपरा, संस्कार और संस्कृति है।
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