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डाउनलोड करेंप्रदेश में नशीले पदार्थों और मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ मिर्जापुर जिले में भी अंतर्राष्ट्रीय मादक विरोध दिवस पर शराब और बीयर की दुकानें बंद रही। बंदी के चलते दुकानों पर बंद ताला देख तमाम लोगों को बैरंग वापस लौटना पड़ा। जन जागरण के लिए एक दिन की बंदी से करीब एक करोड़ का नुकसान सरकार को उठाना पड़ा ।
मादक पदार्थों के दुकानों पर लटका रहा ताला
आम जनता को नशीले पदार्थों से दूर रहने के लिए सरकार ने अपनी लाइसेंसी दुकानों को रविवार के दिन बंद रखा। जनता को स्वस्थ रहने का संदेश देने के लिए एक दिन की सांकेतिक बंदी का व्यापक असर रहा। शराब और मादक पदार्थों से दूरी का संदेश देने के लिए अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ विरोध दिवस पर दिन अंग्रेज़ी शराब, बियर, देसी शराब व भांग की दुकानों का ताला शाम 5 बजे तक बंद रहा।
जनहित के लिए एक करोड़ का नुकसान
सरकारी आदेश पर सुबह से बन्द दुकानों के कारण मादक पदार्थ का सेवन करने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जिले में अंग्रेजी शराब की 65 दुकानें हैं। बियर की 52 और गांव तक फैले देसी शराब की दुकानों की संख्या 191 है। शराब की दुकानों को दिन भर बंद करके लोगों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया गया। रविवार को साप्ताहिक अवकाश के दिन मौज मस्ती की कल्पना कर शराब की दुकानों पर पहुंचे लोगों को मायूसी हाथ लगी।
जब जागो, तभी सवेरा
जिला आबकारी अधिकारी नीरज द्विवेदी ने कहा कि नशे के गिरफ्त में आने से बचाने के लिए सरकार ने सार्थक प्रयास किया है। एक दिन की बंदी लोगों के लिए सोचने और समझने का अवसर दिया है। युवा पीढ़ी मादक पदार्थों से दूरी बनाकर अपनी पूरी शारीरिक क्षमता के साथ समाज और देश के विकास में सहयोग कर सकें। इसके लिए यह पहल किया गया है।
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