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डाउनलोड करेंमिर्जापुर के लालगंज में राज्य विश्वविद्यालय का निर्माण होना है। 8 एकड़ में यह विवि बनेगा। इसके लिए नैड़ी कठारी गांव में जमीन का चयन एक महीने पहले ही हो चुका है। इसकी रिपोर्ट एसडीएम ने डीएम को उपलब्ध करा दी है। इसके बाद अभी तक निर्माण शुरू नहीं कराया जा सका है। इस विवि के बन जाने से काफी विद्यार्थियों को फायदा होगा।
इस विश्वविद्यालय के बन जाने से प्रयागराज की कोरांव, मिर्जापुर की मड़िहान, सदर क्षेत्र छानवे के विद्यार्थियों को सीधे लाभ प्राप्त होगा। मड़िहान बीएचयू दक्षिण परिसर चुनार से सटकर वाराणसी बीएचयू काशी विद्यापीठ स्थित है। ऐसे में इस विवि के बन जाने से काफी लोगों को फायदा मिलेगा।
भौगोलिक नजरिए से महत्वपूर्ण है विश्वविद्यालय
तहसील व जिले के बुद्धिजीवियों का मानना है कि लालगंज क्षेत्र में राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना भौगोलिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। बसपा के पूर्व प्रत्याशी धनेश्वर गौतम व ग्राम प्रधान रहीश का कहना है कि लालगंज क्षेत्र में राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना होने से आदिवासी बाहुल्य कोरांव, मड़िहान, हनुमाना आदि समेत मध्य प्रदेश के छात्रों को भी फायदा मिलेगा।
फोर लेन की सुविधा भी है उपलब्ध
वरिष्ठ अधिवक्ता केदार नाथ शुक्ल एवं ग्राम प्रधान महानरायन भारती का कहना है कि कठारी गांव के फोरलेन पर विवि के लिए जमीन है। यहां विवि बना तो छात्र-छात्राओं के लिए आने-जाने में भी कोई परेशानी नहीं होगी। महिला प्रधान शांति देवी और गीता पटेल का कहना है कि यहां विश्वविद्यालय की स्थापना से कई जिलों के विद्यार्थियों को फायदा होगा। छात्र-छात्राओं की समुचित शैक्षणिक स्तर में बदलाव आएगा।
एसडीएम बोले-शासन को उपलब्ध कराई खतौनी
ग्राम प्रधान संजय मौर्य ने बताया कि राज्य से विश्वविद्यालय जिले के दक्षिणांचल नैड़ी कठारी गांव में स्थापित किए जाने की जरूरत है। एसडीएम लालगंज विजय नारायण सिंह का कहना है कि विश्वविद्यालय के लिए मानक के अनुरूप जमीन की खतौनी शासन को उपलब्ध करा दी गई है।
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