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बेटे की याद में बनाया लीगल क्लीनिक:मेरठ में पूर्व जिला जज विधिक सलाह के जरिए करेंगे समाजसेवा

मेरठ8 महीने पहले
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मेरठ के शास्त्रीनगर में डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार शर्मा ने बेटे की स्मृति में लीगल क्लीनिक का किया शुभारंभ - Money Bhaskar
मेरठ के शास्त्रीनगर में डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार शर्मा ने बेटे की स्मृति में लीगल क्लीनिक का किया शुभारंभ

मेरठ निवासी डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार शर्मा ने अपने दिवंगत बेटे की स्मृति में लीगल क्लीनिक खोला है। बुधवार को इस क्लीनिक का शुभारंभ किया गया है। उत्तराखंड सहित कई स्थानों पर जिला जज रहे डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार शर्मा ने विधिक सेवा के लिए इस लीगल क्लीनिक को शुरू किया है। अपने इकलौते बेटे प्रणव वशिष्ठ की याद में उन्होंने यह क्लीनिक शुरू किया है।

चंडीगढ़ में दुघर्टना का शिकार हुए प्रणव
डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार शर्मा के इकलौते बेटे प्रणव वशिष्ठ ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से लॉ कियाकम उम्र में सुप्रीमकोर्ट में एक स्थान बनाया। एक केस के सिलसिले में चंडीगढ़ हाईकोर्ट गए तो वहां सीढ़ियों से फिसलकर चोट लगी। इस चोट के कारण प्रणव कोमा में पहुंच गए। पांच महीने अस्पताल में रहे लेकिन प्रणव बच नहीं सके। 29 साल के प्रणव का सपना था कि पापा रिटायर होकर उनके साथ समाज के लिए कुछ अलग करें। एक ऐसा लीगल क्लीनिक खोलें जिससे समाज को निशुल्क विधिक सलाह मिले। टूटते परिवारों को बचाने के लिए युवाओं की प्री मैरिज काउंसिलिंग और सेना के रिटायर जवानों को सलाह दें। बेटे के इस सपने को पूरा करने के लिए प्रणव की दादी राजो देवी के श्राद के मौके पर उनके 99 वर्षीय दादा ओम प्रकाश शर्मा और नानी उर्मिला देवी ने शास्त्रीनगर एल ब्लॉक में प्रणव वशिष्ठ लीगल क्लीनिक का उद्घाटन किया।

लीगल क्लीनिक के शुभारंभ अवसर पर प्रणव के 99 वर्षीय दादा ओम प्रकाश शर्मा और नानी उर्मिला देवी सहित अन्य परिजन
लीगल क्लीनिक के शुभारंभ अवसर पर प्रणव के 99 वर्षीय दादा ओम प्रकाश शर्मा और नानी उर्मिला देवी सहित अन्य परिजन

प्री मैरिज काउंसिलिंग से बच सकते हैं परिवार
प्रणव के पिता डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार शर्मा कहते हैं अगर युवाओं को प्रीमैरिज काउंसिलिंग मिले तो उससे परिवार बिखरने से बच सकते हैं। ज्ञानेंद्र कुमार शर्मा जिला जज के पद से सेवानिवृत्त हैं। कहते हैं शादी से पहले युवाओं की काउंसिलिंग अब जरूरी हो चुकी है। इससे परिवारों में शांति बच सकती है। इस काउंसिलिंग से 80 फीसदी परिवारिक-वैवाहिक विवाद जो शादी के बाद उत्पन्न होते हैं, वह नहीं होंगे।

सैन्य अफसरों, जवानों को देंगे निशुल्क सलाह
डॉ. ज्ञानेंद्र शर्मा अपने बेटे की स्मृति में बने इस लीगल क्लीनिक से सेना के अफसरों, जवानों को निशुल्क विधिक सलाह देंगे। कॉलेजों में जाकर युवाओं की काउंसिलिंग करेंगे। परिवारों में शांति हो तभी समाज का विकास होगा।

लीगल क्लीनिक से चलाएंगे जागरुकता अभियान
डॉ. ज्ञानेंद्र शर्मा ने बताया कि इस लीगल क्लीनिक की मदद से हम परिवार संरक्षण के साथ ही बाल संरक्षण, महिला संरक्षण, नशा मुक्ति व अन्य सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ भी जागरुकता अभियान चलाएंगे। लीगल क्लीनिक में प्रणव वशिष्ठ के नाम पर एक न्यूज लेटर भी विमोचित हुआ। इसमें प्रणव की मम्मी माधवी शर्मा, जगदीश पिमौली, दिनेश, रिषभ देव शर्मा, ओमदत्त शर्मा, चंद्रदत्त शर्मा, मनोज गिरि, प्रमोद शर्मा भी शामिल हुए।

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