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डाउनलोड करेंमवाना तहसील के गांव बना में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी मजबूरी वश लोग ग्रामीण करवा रहे हैं। गांव के झोलाछाप डॉक्टरों से कराते हैं। अपना इलाज गांव में मौजूद आयुष वैलनेस सेंटर पर मौजूद नहीं रहता कोई डॉक्टर अथवा कोई स्वास्थ्य कर्मचारी।
काफी समय से बंद पड़ा है वेलनेस सेंटर, कोई भी नही रहता मौजूद
राज्य सरकार के द्वारा ग्रामीण जनता को प्रशिक्षित डॉक्टर के द्वारा इलाज कराने के लिए प्रत्येक गांव में आयुष वैलनेस सेंटर की स्थापना की गई है। जिसमें एक डॉक्टर तथा एक उसका अटेंडेंट रहकर ग्रामीण जनता को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ प्रदान करेंगे। लेकिन ग्राम बना में पिछले काफी समय से आयुष एवं वैलनेस सेंटर बंद पड़ा है। जिस पर कोई भी डॉक्टर अथवा कोई भी स्वास्थ्य कर्मी मौजूद नहीं रहता। ग्रामीणों ने बताया है कि उक्त अस्पताल पर कोई भी डॉक्टर अथवा स्वास्थ्य कर्मचारी मौजूद नहीं रहता। जिस कारण उन्हें मजबूरी वश गांव में मौजूद झोलाछाप डॉक्टर से ही अपना इलाज कराना पड़ता है।
कोरोना के दौरान लाखों की दवा र्बबाद
ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना काल के दौरान उक्त अस्पताल में लाखों रुपए के दवाई रखे खराब हो गई। लेकिन उनका कोई इस्तेमाल नहीं हुआ। गांव के समीप स्थित आयुष वेलनेस सेंटर के आसपास काफी गंदगी एवं घास फूस खड़ी हो गई है। जिस पर किसी का ध्यान नहीं जाता कभी-कभी जब कोई अधिकारी या अथवा किसी मंत्री के आने की संभावना लगती है। तो उस गांव उसको कटवा कर इतिश्री कर लिया जाता है।
प्रभारी सतीश भास्कर ने कहा सेंटर सीसीएसयू का तबादला हो चुका है
इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मवाना के प्रभारी सतीश भास्कर ने जानकारी देते हुए बताया की गांव बना में स्थित आयुष वैलनेस सेंटर सीसीएसयू का तबादला हो चुका है तथा उसके स्थान पर जो नई सी एस ओ हैं अभी अस्पताल की किट का सामान पूरा नहीं मिला है वैसे रोस्टर के अनुसार प्रत्येक शनिवार को सीएसओ को उक्त आयुष वैलनेस सेंटर पर मौजूद रहना होता है।
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