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पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे मुआवजे पर ग्राउंड रिपोर्ट:किसान थे, 2.6 करोड़ रुपए मिले तो शुरू कर दिया बिजनेस, गाजीपुर में 1.5 करोड़ मिलने पर बनवाया स्कूल

लखनऊ2 वर्ष पहले
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पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बनकर तैयार है। आसान सफर होने के साथ-साथ यह हाईवे किसानों की जिंदगी में खुशहाली लेकर आया है। आजमगढ़ के एक किसान को 2.6 करोड़ रुपए मिले तो उन्होंने बिजनेस शुरू कर दिया। इसी तरह गाजीपुर, अबंडेकर नगर, मऊ और सुल्तानपुर में मुआवजे का इस्तेमाल किया गया। कहीं किसी ने आलीशान घर और कार खरीदने में पैसे लगा दिए तो किसी ने ट्रैक्टर खऱीदकर खेती किसानी को और मजबूत किया।

आइए जानते हैं इन 5 जिलों से ग्राउंड रिपोर्ट...

1. आजमगढ़...2.6 करोड़ मिले, बिजनेस शुरू किया
सेहदा गांव के रहने वाले राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मुआवजे के रूप में हमें 42 लाख रुपए मिले थे। उन रुपयों से और जमीन खरीदी। दूधनारा के रहने वाले बंसू केवट को मुआवजे के रूप में 97 लाख मिले। बंसू की तीन बीघे जमीन एक्सप्रेस वे में गई। इस पैसे से बंसू ने एक ट्रैक्टर खरीदने के साथ दो पोतियों की शादी की। अपने नातियों को पढ़ने लखनऊ भेजा। सेहदा के मनोज यादव को दो करोड़ 60 लाख रुपए मिले। इस पैसे का सदुपयोग करते हुए मनोज ने घर का निर्माण कराने के साथ दुकान खोली। घर में ही काम्प्लेक्स का निर्माण कराया जो किराए पर देकर कमाई कर रहे हैं।

मुआवजे के रूप में दो करोड़ 60 लाख रुपए मिले। इस पैसे का सदुपयोग करते हुए मनोज ने घर का निर्माण कराने के साथ दुकान खोली।बचे हुए पैसों का उपयोग जमीन खरीदने में किया।
मुआवजे के रूप में दो करोड़ 60 लाख रुपए मिले। इस पैसे का सदुपयोग करते हुए मनोज ने घर का निर्माण कराने के साथ दुकान खोली।बचे हुए पैसों का उपयोग जमीन खरीदने में किया।

2. अंबेडकर नगर...दुकान खोलकर कर रहे अच्छी आमदनी
अंबेडकर नगर में अकबरपुर तहसील के उम्मरपुर निवासी राम अदालत बताते हैं कि उनकी एक बीघा जमीन एक्सप्रेस वे में गई, 35 लाख रुपया मुआवजा मिला था। घर बनवाया, जमीन ली और दुकान खोली ली। रसूलपुर निवासी नरेश बताते हैं कि 20 लाख रुपए मिले थे, घर बनवाया, जमीन खरीदी। दोना पत्तल गिलास का कारखाना खोल लिया। रसूल पुर डिहवा के मुजीब खान बताते हैं कि उनकी 3 बीघा जमीन गई थी, मुजीब 4 भाई हैं। सबको बराबर मुआवजा मिला।

3. सुल्तानपुर...ब्याज से चला रहे घर, मकान बनवाया
हलियापुर गांव के सूर्य प्रताप सिंह (60) पैर से मजबूर हैं, कोई काम नहीं कर सकते। बताते हैं कि हमें पूर्वांचल एक्सप्रेस वे में बहुत अधिक मुआवजा मिला। हम तीन भाई हैं तीनों के खाते में पैसा आया है। हमने अपने हिस्से का पैसा बैंक में जमा कर रखा है। उससे जो ब्याज मिलता है उससे हम अपना खर्च चलाते हैं। उसी पैसे में से कुछ पैसे लगाकर हमने अपना अच्छा मकान भी बनाया है।

नरेंद्र सिंह (50) बताते हैं कि घर तो पहले से बना था, पिता इंटर कॉलेज में बड़े बाबू थे, उन्होंने बनवाया था। मुआवजे से जमीन के बदले उन्होंने जमीन खरीदी। लखनऊ में जमीन खरीदी।
नरेंद्र सिंह (50) बताते हैं कि घर तो पहले से बना था, पिता इंटर कॉलेज में बड़े बाबू थे, उन्होंने बनवाया था। मुआवजे से जमीन के बदले उन्होंने जमीन खरीदी। लखनऊ में जमीन खरीदी।

4. गाज़ीपुर...1.5 करोड़ मिले, स्कूल बनवा लिया
बाराचवर क्षेत्र के यशवंत सिंह एक छोटा सा स्कूल चलाते थे। उनकी लगभग 2 बीघा जमीन एक्सप्रेस वे की जद में आने के बाद डेढ़ करोड़ से ज्यादा के मिले मुआवजे की रकम ने उनके सपने को साकार कर दिया। यशवंत सिंह बताते हैं कि मुआवजे की रकम से उन्होंने क्षेत्र के एक चर्चित और आलीशान बिल्डिंग वाले स्कूल की स्थापना की है, जहां सैकड़ों की तादाद में बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं।

रसूलपुर निवासी नरेश बताते हैं कि 20 लाख रुपए मिले थे, घर बनवाया, जमीन खरीदी। दोना पत्तल गिलास का कारखाना खोल लिया। रसूल पुर डिहवा के मुजीब खान बताते हैं कि उनकी 3 बीघा जमीन गई थी, मुजीब 4 भाई हैं। सबको बराबर मुआवजा मिला।
रसूलपुर निवासी नरेश बताते हैं कि 20 लाख रुपए मिले थे, घर बनवाया, जमीन खरीदी। दोना पत्तल गिलास का कारखाना खोल लिया। रसूल पुर डिहवा के मुजीब खान बताते हैं कि उनकी 3 बीघा जमीन गई थी, मुजीब 4 भाई हैं। सबको बराबर मुआवजा मिला।
अकबरपुर तहसील के उम्मरपुर निवासी राम अदालत बताते हैं कि उनकी एक बीघा जमीन एक्सप्रेस वे में गई, 35 लाख रुपया मुआवजा मिला था। घर बनवाया, जमीन ली और दुकान खोली ली।
अकबरपुर तहसील के उम्मरपुर निवासी राम अदालत बताते हैं कि उनकी एक बीघा जमीन एक्सप्रेस वे में गई, 35 लाख रुपया मुआवजा मिला था। घर बनवाया, जमीन ली और दुकान खोली ली।

5. मऊ...एक लाख मिले, 50 हजार बीमारी में लगा दिए
मऊ जिले के अतवारी(65) ग्राम विनोदपुर ब्लॉक रानीपुर के चार लड़के हैं। 2 बिसवा जमीन का एक लाख रुपए मिला। छोटा बेटा बीमार था। उसके इलाज में 50 हजार खर्च हो गए। वहीं, यहीं के भीष्म सिंह को 54 लाख रुपए मिले। ट्रैक्टर खरीदा, मकान बनवाया। साथ ही, एक स्कॉर्पियो खरीदी।

भीष्म सिंह भी रानीपुर ब्लॉक के ही हैं। दो भाई हैं। 36 बिसवा जमीन सरकार ने ली। 54 लाख रुपए मिले। इन्होंने अपनी खेती के लिए एक ट्रैक्टर खरीदा मकान बनवाया। साथ ही, एक स्कॉर्पियो खरीदी। शहर में जमीन खरीद ली।
भीष्म सिंह भी रानीपुर ब्लॉक के ही हैं। दो भाई हैं। 36 बिसवा जमीन सरकार ने ली। 54 लाख रुपए मिले। इन्होंने अपनी खेती के लिए एक ट्रैक्टर खरीदा मकान बनवाया। साथ ही, एक स्कॉर्पियो खरीदी। शहर में जमीन खरीद ली।
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