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डाउनलोड करेंइन दिनों गर्मी अपने चरम पर है, ऐसे में बिजली की मांग भी बढ़ गई है। वहीं ओवरलोड के कारण आए दिन बिजली के जर्जर तारों के टूट कर गिरने एवं ट्रांसफार्मर में फाल्ट का सिलसिला जारी है। ऐसे में विद्युत व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिये विभाग कितना एक्टिव है, इसका अंदाजा मऊ जनपद के मधुबन तहसील क्षेत्र के ग्रामसभा दरगाह में तार विहीन बिजली के दर्जनों खंबों को देखकर लगाया जा सकता है।
इस गांव में लगे बिजली के लगे तार अत्यंत जर्जर हो चुके हैं, जबकि जर्जर तारों के स्थान पर केबल लगाए जाने की योजना 1 साल पूर्व ही पास हो चुकी है, मगर केबल अब तक नहीं लगे। 1 माह पूर्व इस गांव में विभाग द्वारा जर्जर तारों के स्थान पर केबल लगाए जाने के लिए बिजली के खंभे गाड़े गए। तब लोगों को लगा कि अब जर्जर तारों से उन्हें मुक्ति मिलने वाली है। मगर खंभों को लगे 1 महीने से अधिक का समय बीत गया बावजूद इसके इन खंभों को अभी भी तार खींचे जाने का इंतजार है।
ग्रामीणों में रोष
स्थानीय सुजीत गुप्ता, मोहसिन आलम, मंटू यादव, सर्वेश गुप्ता, उपेंद्र यादव, अशफाक आलम, हरिनारायण राजभर, आरिफ आलम, पिंटू यादव आदि का कहना था कि विभाग केवल बकाया बिलों की वसूली और जगह-जगह चेकिंग अभियान में ही मस्त है। इस गांव में लगे बिजली के तार अत्यंत जर्जर हो चुके हैं। रोज ही तार टूटकर गिरने का सिलसिला जारी है। फाल्ट के कारण घंटों बिजली बाधित रहती है। तार के टूटने से कभी कोई बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है, मगर विभाग इसकी कोई सुध ही नहीं ले रहा। पिछले 1 माह से दर्जनों बिजली के खंभे तार खींचे जाने का इंतजार कर रहे हैं। क्या विभाग द्वारा केवल बिल ही वसूले जाएंगे। उपभोक्ताओं को उनके कोटे की बिजली नियमित मिले, क्या यह जिम्मेदारी विभाग की नहीं।
क्या कहते हैं अधिकारी
वहीं इस संबंध में जब विद्युत खंड दोहरीघाट के खंड अधिकारी सुनील पाल से बात की गई तो उनका कहना था कि सूरजपुर विद्युत उपकेंद्र से जुड़े 30 से अधिक गांव में जर्जर तारों के स्थान पर केबल लगाए जाने की योजना पर काम चल रहा है। कई गांव में काम पूरा भी हो चुका है। दरगाह ग्राम सभा में आवश्यकता के अनुसार बिजली के खम्भे लगाए जा चुके हैं। केबल के अनुपलब्धता के कारण काम पूरा नहीं हो पा रहा था। केबल आ गया है और जल्दी इस ग्राम सभा में भी जर्जर तारों के स्थान पर केबल लगाने का काम पूरा हो जाएगा।
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