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डाउनलोड करेंमहोबा में एक नवजात बच्चे का पिता बच्चे के इलाज के लिए दो सरकारी अस्पतालों के बीच 2 घंटे तक चक्कर काटता रहा। बाद में किसी तरह उसे महिला जिला अस्पताल में भर्ती करवाया जा सका। बच्चे का जन्म दो दिन पहले हुआ था। डॉक्टर ने बताया कि उसको पीलिया है। पिता ने उसे इलाज के लिए महिला जिला अस्पताल में भर्ती करवाना चाहा तो उन लोगों ने पुरुष अस्पताल ले जाने को कहा। पुरुष अस्पताल वालों ने दोबारा उसे महिला अस्पताल भेज दिया। मामला बढ़ने पर महिला अस्पताल वालों ने उसे भर्ती कर इलाज शुरू कर दिया।
महिला अस्पताल में दो दिन पहले हुआ था जन्म
जिले के महिला जिला अस्पताल में दो दिन पहले भडरा गांव के निवासी सुंदरलाल जो कि पेशे से मजदूर है। उसने अपनी गर्भवती पत्नी को भर्ती करवाया था। जिसने यहां एक बेटे को जन्म दिया। डॉक्टर ने बताया कि बच्चे को पीलिया है। इसके बाद सुंदरलाल ने डॉक्टर से बच्चे को भर्ती करने को कहा। जिस पर उसने बच्चे को पुरुष अस्पताल ले जाने की बात कही।
2 घंटे तक दो अस्पतालों के बीच लगाए चक्कर
पुरुष अस्पताल में पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने वहां से उसे वापस महिला जिला अस्पताल जाने को कह दिया। इसके बाद उसका सब्र जवाब दे गया। जिसके बाद उसने विरोध करना शुरू कर दिया। मामला बढ़ने पर किसी तरह 2 घंटे बाद महिला अस्पताल में बच्चे को भर्ती किया गया। जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टर वरुण बताते है कि बच्चे को पीलिया हुआ है। उसका पिता उसे लेकर आया था। हालत गंभीर होने के कारण उसे महिला अस्पताल रेफर किया गया है।
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