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डाउनलोड करेंप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर आज पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर बुंदेलों ने अपने खून से खत लिखकर पीएम मोदी को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने खत के माध्यम से बुंदेलखंड राज्य की मांग की। महोबा में बीते कई वर्षों से बुंदेली समाज बुंदेलखंड राज्य की मांग करता आ रहा है। अब तक 22 बार खून से खत लिख चुका है। इसी मांग को लेकर आज बुंदेली समाज के सदस्य और समाजसेवी तारा पाटकार ने अपने दर्जनों साथियों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री के नाम खून से खत लिखा है।
खून से खत लिखकर बुंदेलखंड राज्य की मांग की
महोबा जिले के आल्हा चौक पर समाजसेवी तारा पाटकर ने अपने तमाम साथियों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके जन्मदिन पर बधाई दी। साथ ही खून से खत लिखकर पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग की। समाजसेवी तारा पाटकार इससे पहले भी खून से लिखे खतों के माध्यम से देश के प्रधानमंत्री से बुंदेलखंड राज्य की मांग कर चुके हैं। उनके इस आंदोलन में दर्जनों बुंदेली समाज के सदस्यों ने खून से खत लिखकर बुंदेलखंड राज्य की मांग की है।
छोटे राज्यों की पक्षधर है एनडीए सरकार
तारा पाटकार का कहना है कि बुंदेलखंड से होने वाला पलायन को रोकने, यहां पर जो अटूट खनिज संपदा की भरमार है, जिससे सरकार को अच्छा खासा राजस्व मिलता है। अगर बुंदेलखंड राज्य बनता है तो क्षेत्र के लोगों को इससे रोजगार मिलेगा। मौजूदा एनडीए सरकार छोटे राज्यों की पक्षधर होने के बाद भी बुंदेलखंड राज्य निर्माण में ध्यान नहीं दे रही है। आज हम सभी बुंदेली समाज के सदस्य एक साथ मिलकर एक बार फिर बुंदेलखंड राज्य की मांग कर रहे हैं।
अब तक 22 बार लिख चुके हैं खत
बता दें की बुंदेली समाज अब तक 22 बार खून से खत लिख चुका है। बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर बताते हैं कि तब तक खून से खत लिखने का सिलसिला चलता रहेगा, जब तक अलग बुंदेलखंड राज्य नहीं मिलेगा। आज 25 लोगों के खून से खत लिखे गए हैं, जो रजिस्टर्ड डाक से पीएम मोदी को भेजे जाएंगे।
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