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डाउनलोड करेंमहराजगंज के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा के उत्थान व शिक्षण में नवाचार की भूमिका को धरातल पर मूर्त रूप देने वाले पनियरा विकास खण्ड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय रतनपुरवा कम्पोजिट शिक्षक वरेश कुमार को गुरु चाणक्य अवार्ड से सम्मानित किया गया है। यह अवार्ड यूनिवर्सिटी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, रुड़की, उत्तराखंड में आयोजित अखिल भारतीय शैक्षिक विमर्श एवं शिक्षक सम्मान समारोह त्रिलोक ज्ञानोत्सव कार्यक्रम में दिया गया। इनके साथ ही 22 अन्य राज्यों के शिक्षकों भी सम्मानित किया गया।
कार्य को नए तरीके से करना भी नवाचार
शिक्षक वरेश कुमार ने बताया कि कोई नया कार्य करना ही नहीं, अपितु किसी कार्य को नए तरीके से करना भी नवाचार है। व्यक्ति और समाज में हो रहे परिवर्तनों का प्रभाव शिक्षा पर भी पड़ा है। शिक्षा को समयानुकूल बनाने के लिए शैक्षिक विधाओं में नवाचार ने अपनी उपयोगिता और सार्थकता स्वयं सिद्ध कर दी है। शिक्षक वरेश कुमार अभी कुछ दिन पहले ही 14 राज्यों से चयनित 50 नवाचारी शिक्षकों के शैक्षिक भ्रमण से लौटे हैं और 36 चयनित नवाचारी शिक्षकों में उन्हें गुरु चाणक्य अवार्ड से सम्मानित किया गया।
22 राज्यों से चयनित शिक्षकों को किया गया सम्मानित
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी, बिहार के कुलाधिपति पद्मश्री डॉ. महेश दत्त शर्मा रहे। विशिष्ट अतिथि डॉ. एस पी गुप्ता, कुलपति, आईआईटी रुड़की, सतीश शर्मा, सिने अभिनेता, निर्माता निर्देशक, पुष्पा रानी, पूर्व उप शिक्षा निदेशक, एस सी ई आर टी, देहरादून, रहे। कार्यक्रम में गौरव गोयल, महापौर, रुड़की, महामंडलेश्वर स्वामी यतिन्द्रानन्द गिरी महाराज की गरिमामय उपस्थिति रही। कड़ी मेहनत एवं अपने कार्य के प्रति पूर्ण निष्ठा और लग्न से कार्य कर अपने दायित्वों का निर्वहन अच्छे से कर अपने आपको श्रेष्ठ सिद्ध करने वाले 22 राज्यों से चयनित शिक्षकों को सम्मानित किया गया।
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