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डाउनलोड करेंबीते साल तक दक्षिण भारत तक सिमटा जीका (ZIKA) वायरस अब उत्तर प्रदेश में तेजी से पांव पसार रहा है। अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में कानपुर में 57 साल के एयरफोर्स अधिकारी में जीका वायरस की पुष्टि हुई थी। तब से अब तक 135 संक्रमित मिल चुके हैं। मंगलवार को उन्नाव में भी मरीज सामने आया। इस तरह कानपुर, लखनऊ, कन्नौज और उन्नाव में जीका के संक्रमित मिल चुके हैं।
राहत की बात है कि अब तक किसी मरीज की मौत नहीं हुई है। 135 संक्रमितों में से 70 मरीज रिकवर हो चुके हैं। फिलहाल, प्रदेश में जीका के 65 एक्टिव केस हैं, यानी इनका अभी इलाज चल रहा है। संक्रमण पर लगाम लगाने के मकसद से शासन के निर्देश पर लखनऊ से विशेषज्ञ डॉक्टर्स का पैनल बुधवार को उन्नाव जाएगा। हालांकि, जानकार उन्नाव में संक्रमित पाएं गए मरीज की कानपुर ट्रैवल हिस्ट्री होने के कारण संक्रमण के सोर्स को लेकर कन्फर्म दिख रहे हैं।
लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या
बीते 24 घंटे में जीका के 6 केस सामने आएं है। प्रदेश में अब तक करीब 7 हजार सैंपल की जांच की जा चुकी है। पूरे जनपद में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। फिलहाल प्रदेश में जीका के कुल संक्रमित मामलें 65 हैं, जिनमें से कानपुर में 61 , लखनऊ में 3 व उन्नाव में 1 मरीज हैं।
लखनऊ में जीका को लेकर अलर्ट जारी
लखनऊ में जीका वायरस के संक्रमित केस सामने आने के बाद अस्पतालों को अलर्ट किया गया है। कोरोना की तर्ज पर ही जीका के भी वार्ड बनाए जा रहे हैं। लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि एहतियात के तौर पर जीका का अलग से वार्ड बना दिया गया है। मरीजों के लिए सभी बेड पर मच्छरदानी भी लगाई गई है। इस वार्ड में 10 बेड लगाए गए हैं। जरूरत पड़ने पर हम यह संख्या बढ़ा भी सकते हैं।
अस्पताल परिसर में भी आ रहे बुखार संक्रमितों के सैंपल लेकर जांच भी की जा रही है। ब्लड सैंपल के अलावा यूरिन सैंपल की भी जांच की जा रही है। इसी तरह सिविल अस्पताल समेत अन्य अस्पतालों में भी ऐसी ही तैयारी रखी जा रही है।
अब तक 4 जिलों में में मिले इतने केस
जनपद | केस |
कन्नौज | 01 |
लखनऊ | 03 |
उन्नाव | 01 |
कानपुर | 130 |
एंटोमोलॉजिकल टीम ने किया निरीक्षण
लखनऊ में जीका से निपटने के लिए कंटेनमेंट जोन व 3 लेयर मैपिंग के साथ मंगलवार को एंटोमोलॉजिकल टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान राज्य स्तरीय एंटोमोलोजिस्ट के अलावा मंडलीय अधिकारी व टीम भी साथ मे रही। पूरे इलाके में गहनता से निरीक्षण बाद एंटी लार्वा स्प्रे पर रूटीन फोकस के अलावा संबंधित अधिकारियों को भी जरूरी दिशा निर्देश दिए गए।
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