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डाउनलोड करेंलखनऊ में आवास विकास के कर्मचारी की जबरन अश्लील वीडियो बनाकर 10 लाख रुपए की वसूली करने वाली कोमल कोई मामूली लड़की नही है। वह लखनऊ से संचालित हो रहे बहुत बड़े हनीट्रैप गैंग की सदस्य है, जो देश भर में लोगों को शिकार बना रहा है। लखनऊ की पीजीआई पुलिस ने शनिवार को कोमल के एक और साथी को गिरफ्तार किया लेकिन वह अभी तक हाथ नही आई है।
पुलिस की छानबीन में सामने आया कि लखनऊ के वृंदावन साउथ सिटी निवासी कोमल ने देश भर में तमाम लोगों को हनीट्रैप में फसाकर लाखों रुपए की ब्लैकमेलिंग की है। जुलाई में उसने नोएडा के दनकौर मंडी निवासी एक व्यापारी से वीडियो कॉल करके उसकी अश्लील वीडियो बना ली। इसके उससे लाखों रुपये वसूले। थाना धर्मकोट की पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इंटरनेट के जरिये दोस्ती कर दस लाख रुपये ठग लिए
कोमल ने जुलाई में ही नोएडा थाना सेक्टर-20 क्षेत्र के सेक्टर 15 ए में रहने वाले एक व्यक्ति से इंटरनेट के माध्यम से दोस्ती करके 10 लाख रुपये ठग लिए थे। सेक्टर-15 ए में रहने वाले अतुल अग्रवाल से इंटरनेट कॉलिंग के माध्यम से दोस्ती की और उनसे 10 लाख रुपये ठग लिए।
महाराष्ट्र के टीचर की मौत में भी कोमल पर घूम रही शक की सुई
महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले के टीचर ने हनीट्रैप में फसकर पिछले साल सुसाइड कर लिया था। पुलिस की जांच में पता चला कि लखनऊ की दिव्या दीक्षित नाम की लड़की ने फेसबुक पर दोस्ती करके उन्हें प्रेमजाल में फसाया। इसके बाद उनसे लाखों रुपए ऐंठ लिए। वसूली से परेशान होकर टीचर ने आत्महत्या कर ली थी। पुलिस को आशंका है की कोमल या उसके गैंग की किसी लड़की ने नाम बदलकर टीचर को फसाया था।
सचिवालय के अधिकारी तक बन रहे इन हसीनाओं के शिकार
लखनऊ के इस हनीट्रैप गिरोह का शिकार आम आदमी ही नही शासन के बड़े अधिकारी भी बन रहे हैं। अगस्त में ऐसा ही एक मामला सामने आया जिसमे शिक्षा विभाग के विशेष सचिव फस गए थे। उनसे मैसेंजर पर वीडियो कॉल करके उनकी अश्लील वीडियो बनाई गई और ब्लैकमेल करके वसूली होने लगी। वसूली का सिलसिला न थमता देख अधिकारी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई।
लखनऊ पुलिस ने गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर किया था भंडाफोड़
लखनऊ के विभूतिखंड थाने की पुलिस ने पिछले साल दिसम्बर में हनीट्रैप गैंग के सचिन रावत और कहकशा खान को गिरफ्तार किया था। इन शातिरों ने हनीट्रैप के जरिए एक डॉक्टर को अपने जाल में फंसाया और फिर उसे अगवा कर 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। इनकी गिरफ्तारी होने के बाद गैंग के बाकी सदस्य फरार हो गए थे। माना जा रहा कि कोमल और पकड़े गए उसके साथी इसी गिरोह से जुड़े हैं।
जुगनू के साथ फरार कोमल की तलाश में छपेमारी कर रही पुलिस
पीजीआई इंस्पेक्टर धर्मपाल ने बताया कि आवास विकास परिषद के कर्मचारी की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर कोमल के साथी सुनील और कौशल को 24 नवम्बर को ही गिरफ्तार कर लिया गया था। शनिवार को इनके फरार साथी अवधेश सिंह को पकड़ा गया है। कोमल अपने साथी जुगनू के साथ फरार है। उन्हें पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है।
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