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डाउनलोड करेंPM नरेंद्र मोदी 16 नवंबर को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण सुल्तानपुर में कूडेभार की एयरस्ट्रिप करेंगे। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से लखनऊ, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, अमेठी, अयोध्या, आजमगढ़ और मऊ पहुंचने में काफी सुविधा होगी। पहले सड़क से लखनऊ जाने में 6 घंटे लगते थे। लेकिन, अब लोग 3 घंटे 50 मिनट में लखनऊ पहुंच सकेंगे।
सरकार को एक्सप्रेस-वे से टोल में हर साल 202 करोड़ रुपए मिलेंगे। हालांकि, अभी कुछ दिन यह सफर फ्री रहेगा। टोल टैक्स वसूलने का काम निजी कंपनी को दिया गया है। यह कंपनी जल्द प्रति किमी के हिसाब से टोल की दरें तय करेगी। दोनों छोर पर बने टोल प्लाजा से आने-जाने पर टोल टैक्स लगना है। माना जा रहा है कि इसकी दरें लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे की दरों की तर्ज पर ही होंगी।
रोज गुजरेंगे 15 से 20 हजार वाहन
इस एक्सप्रेस-वे पर फिलहाल 15 से 20 हजार वाहन हर दिन गुजरेंगे। यह संख्या धीरे-धीरे और बढ़ेगी। सरकार की कोशिश है कि पूर्वी यूपी और बिहार से आने वाले लोग दिल्ली-नोएडा जाने के लिए इस एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल करें। इसके अलावा लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे और यमुना एक्सप्रेस-वे का भी इस्तेमाल करें। इससे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का ज्यादा उपयोग हो सकेगा।
हादसे रोकने के लिए लगेगा ATMS
301 किमी के एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षित यात्रा के लिए कई मजबूत इंतजाम किए गए हैं। इस पर ATMS (एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) लागू किया गया है। पशुओं को रोकने के लिए दोनों तरफ फेंसिंग की गई है। इसके अलावा आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए कई टीमें एक्सप्रेस-वे पर तैनात की गई हैं। दुर्घटना की स्थिति में हर पैकेज में लाइफ सपोर्ट सिस्टम युक्त दो-दो एंबुलेंस तैनात की गई हैं। सैनिक कल्याण बोर्ड ने यहां सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं। 20 पेट्रोलिंग वाहन तैनात किए गए हैं। क्रैश बैरियर भी लगाए गए हैं।
कहां से कहां तक जाएगा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
लखनऊ से गाजीपुर तक बना पूर्वांचल एक्सप्रेस वे छह लेन का है। फिलहाल पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे यूपी के 9 जिले लखनऊ, सुल्तानपुर, फैजाबाद, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, बाराबंकी, अमेठी, मऊ और गाजीपुर से होकर गुजरेगा। बाद में इसका विस्तार बलिया तक कर दिया जाएगा।
यूपी और बिहार को जोड़ रहा है एक्सप्रेस-वे
इसके निर्माण पर 22 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की लागत आई है। यह एक्सप्रेस वे गाजीपुर के हैदरिया गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर खत्म होगा। यह राजमार्ग यूपी और बिहार को जोड़ता है। हैदरिया से 18 किमी की दूरी पर बिहार के बक्सर जिले की सीमा शुरू होती है। बक्सर से पटना तक करीब 125 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क पहले ही शुरू हो चुकी है।
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