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डाउनलोड करेंलखीमपुर हिंसा की लड़ाई अब राष्ट्रपति भवन तक पहुंच गई है। बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुआई में एक प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। कांग्रेस नेताओं ने राष्ट्रपति को लखीमपुर हिंसा से जुड़े तथ्य और ज्ञापन सौंपा। कांग्रेसी नेताओं ने इस मामले में आरोपी आशीष मिश्र के पिता केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र को उनके पद से हटाने की मांग की है।
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा, 'पीड़ित परिवारों का कहना है कि जिसने भी उनके बेटे की हत्या की है। उसे सजा मिले। जिस व्यक्ति (आशीष मिश्र) ने हत्या की उसके पिता देश के गृह राज्य मंत्री हैं। जब तक वह अपने पद पर हैं तब तक न्याय नहीं मिलेगा। ये बात हमने राष्ट्रपति को बताई है।
प्रियंका ने भी राहुल गांधी की बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, 'गृह राज्य मंत्री अपराधी के पिता हैं। जब तक उनकी बर्खास्तगी नहीं होती, न्याय नहीं हो सकता। शहीद पत्रकार और किसानों के परिजनों की ये मांग है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति ने आश्वासन दिया है कि वह खुद इस मामले पर आज सरकार से बात करेंगे।'
कांग्रेस की 2 बड़ी मांग
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि हमने राष्ट्रपति को लखीमपुर खीरी हिंसा के संबंध में सारी जानकारी दी। हमने दो मांगें उनके समक्ष रखी है। पहली-सिटिंग जज से निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। दूसरी- गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र को या तो इस्तीफा दे देना चाहिए या बर्खास्त कर देना चाहिए। प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ नेता एके एंटनी, गुलाम नबी आजाद, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी शामिल थे।
अंतिम अरदास में लखीमपुर पहुंची थीं प्रियंका गांधी
लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसानों की आत्मा की शांति के लिए मंगलवार को तिकुनिया में अंतिम अरदास (श्रद्धांजलि सभा) की गई। इसमें प्रियंका गांधी भी पहुंची थीं। हालांकि उन्हें मंच पर जगह नहीं मिली। प्रियंका ने किसानों को श्रद्धांजलि दी थी। इससे पहले वाराणसी में किसान न्याय यात्रा निकाली गई थी। इसमें प्रियंका ने मंच से ऐलान किया था कि जब तक मंत्री अजय मिश्र का इस्तीफा नहीं होता है वे आंदोलन करती रहेंगी।
लखीमपुर में ऐसे भड़की थी हिंसा
3 अक्टूबर (रविवार ) को किसानों ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र का विरोध करते हुए काले झंडे दिखाए थे। इसी दौरान एक गाड़ी ने किसानों को कुचल दिया था। इसमें चार किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद हिंसा भड़क गई थी। आरोप है कि भड़की हिंसा के दौरान किसानों ने एक ड्राइवर समेत चार लोगों को पीट-पीटकर मार डाला था। इस हिंसा में एक पत्रकार भी मारा गया था।
इस मामले में केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्र समेत 15 लोगों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया गया था। आशीष मिश्र को एसआईटी ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
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