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डाउनलोड करेंदिवाली मनाने के दौरान पटाखे से जलकर राजधानी लखनऊ में बड़ी संख्या में लोग हताहत भी हुए। जलने के कारण कुछ गंभीर रुप से घायल होकर अस्पताल पहुंचे। ऐसे ही 5 मरीजों को सिविल अस्पताल में चिकित्सकों ने भर्ती भी कराया। हालांकि राहत की बात रही कि अब सही खतरे से बाहर बताएं जा रहे है।
करीब 2 दर्जन मरीज पहुंचे सिविल अस्पताल, 5 मरीजों को किया गया भर्ती
लखनऊ के डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में बड़ी तादाद में पटाखों से जले मरीज आनन फानन में अस्पताल पहुंचे। सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. एसके नंदा ने बताया कि गुरुवार शाम से शुक्रवार सुबह तक करीब 23 बर्न पेशेंट अस्पताल पहुंचे। जिनमें से ज्यादातर छुटपुट रुप से जले मरीज थे पर 5 की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें अस्पताल में ही भर्ती करा दिया गया। हालांकि अब सभी खतरे से बाहर है।
जलने के बाद उपचार कराने 4 दर्जन मरीज पहुंचे बलरामपुर अस्पताल, 10 को आंख में भी रही समस्या
लखनऊ के सबसे बड़े चिकित्सालय में भी बड़ी संख्या में जलने के बाद मरीज अस्पताल पहुंचे। अस्पताल के सीएमएस डॉ. हिमांशु चतुर्वेदी ने बताया कि गुरुवार शाम 6 बजे से लेकर शुक्रवार दोपहर 2 बजे तक करीब 47 मरीज अस्पताल पहुंचे। इस बीच 10 ऐसे भी मरीज रहे जिन्हें पटाखे जलाते समय आंख में चोट लग गई। सभी को अस्पताल में चिकित्सीय उपचार मुहैया कराया गया।राहत की बात रही की किसी को एडमिट नही करना पड़ा और इलाज बाद सभी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। डॉ हिमांशु ने बताया कि बलरामपुर अस्पताल में दिवाली को लेकर पहले से अलर्ट जारी किया गया था और पहले से ही बर्न डिपार्टमेंट समेत प्लास्टिक सर्जरी विभाग व नेत्र रोग विभाग के डॉक्टरों की भी तैनाती की गई थी।
लोकबंधु में भी आधा दर्जन से ज्यादा पहुंचे मरीज
लोकबंधु के मेडिकल अधीक्षक डॉ अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि पर्व की शाम से लेकर देर रात तक 7 मरीज जलने के कारण अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में तैनात रहे डॉक्टर्स ने मौके पर ही सभी का उपचार किया। इसके अलावा 2 मरीज आंखों में जलने के कारण अस्पताल का रुख करने को मजबूर हुए थे। हालांकि इनमें से कोई गंभीर रुप मे जला नही था और मौके पर ही उपचार करके सभी को घर जाने दिया गया।
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