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डाउनलोड करेंललितपुर शहर में दो दिन से 30 हजार घरों से व 42 डंप स्थलों में कचरा भरा पड़ा है। लोग सुबह से घर कचड़ा लेने आने वाली गाड़ी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन गाड़ियों के पहिए डीजल न होने के चलते थामे पड़े है । जिस कारण 2 लाख आबादी वाले शहर में बीमारी की आशंका पनप रही है। नगर पालिका अधिशाषी अधिकारी का कहना है कि पेट्रोल पम्प संचालक का 50 लाख से अधिक का भुगतान न हो पाने के चलते डीजल नहीं दिया जा रहा है। जल्द ही भुगतान कर दिया जाएगा।
50 लाख रुपए डीजल का बकाया, पंप संचालक ने डीजल देने से किया मना
बता दें नगर पालिका परिषद द्वारा वाहनों के लिए डीजल खरीदने का एग्रीमेंट झांसी रोड़ पर स्थित एक पेट्रोल पंप से है, लेकिन 50 लाख के लगभग का डीजल का भुगतान नगर पालिका द्वारा नहीं किये जाने से पेट्रोल पंप संचालक ने डीजल देने से शुक्रवार को मना कर दिया था, जिस कारण शुक्रवार की दोपहर से कचरा ढोने वाले 28 ऑपे टैक्सी, 8 टैक्टर, 2 जेसीबी मशीन, 1 कम्पेक्टर, 1 धुलाई मशीन के पहिए धमे हुए है । वहीं जानवरों को पकडऩे वाले 1 कैटर केचर व पानी की सप्लाई करने वाला टैंकर भी डीजल के अभाव में नहीं चल रहे है । । जिस कारण में शहर में कचरा डम्प किये जाने वाले 42 कूड़ाघरो से कचरा नहीं उठाया जा सका। वहीं शहर के 30 हजार घरों से डोर-टू-डोर कचड़ा ले जाने वाली 28 ऑपे के पहिए भी थमे हुए है।
दो दिन से 2 लाख आबादी वाले शहर के लोग घरों से कचरा लेने आने वाली टैक्सी का इंतजार कर रहे है, लेकिन टैक्सी नहीं पहुंची, जिस कारण उन्हें अपने घरों पर ही कचरा डम्प करना पड़ा है। नगर पालिका परिषद के अधिशाषी अधिकारी निहाल चंद्र ने बताया कि पेट्रोल पंप संचालक का डीजल का 50 लाख रुपए से अधिक का भुगतान बकाया हैं, जिस कारण उसके द्वारा डीजल नहीं दिया जा रहा है । दो तीन दिन में भुगतान कर दिया जाएगा और व्यवस्था दुरुस्त हो जाएगी।
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