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डाउनलोड करेंकौशांबी में थाना पुलिस के आशिक मिजाज सिपाही की हरकतों की शिकायत करने वाली पीड़ित की तहरीर पर शनिवार को रिपोर्ट नहीं दर्ज हो सकी। पीड़ित को सीओ दफ्तर मे बुलाकर कई घंटे तक पूछताछ की गई। पीड़ित ने जांच प्रक्रिया में पुलिस कर्मियों के सवालों पर संदेह खड़ा कर दिया है। पीड़ित का आरोप है कि जांच में शामिल पुलिस कर्मी सिर्फ एक ही सवाल उससे बार बार घुमा फिरा कर पूछ रहे थे। कब कहां और कितनी बार आरोपित सिपाही ने आपको छेड़ा।
पुलिस सवाल पूछकर पीड़ित पर ही बना रही दबाव
शनिवार को एसपी के निर्देश पर सीओ सदर योगेंद्र नारायण सिंह ने पीड़ित का बयान दर्ज कराया। जिसमें पीड़ित से पुलिस कर्मियों ने 3 सवाल पूछे। इन सवालों में पीड़ित से पहला सवाल था कि वह आरोपित सिपाही को कैसे जानती है। दूसरा सवाल आरोपी सिपाही ने कब कहां और कहां-कहां आपसे छेड़खानी की। इसके जवाब में पुलिस ने पीड़ित से दिन तारीख और समय बताने का दबाव बनाया गया।
तीसरा सवाल आरोपित सिपाही जब आपके घर जबरन घुसा तो उसने क्या क्या किया। पीड़ित ने बताया कि सीओ दफ्तर में एक महिला सिपाही की मौजूदगी में पुरुष पुलिस कर्मी उससे सवाल पर सवाल किए जा रहे थे। कई बार उसे सवालों में उलझाकर उसे गलत साबित करने की कोशिश की गई।
पीड़ित को सता रहा हत्या का डर
पीड़ित युवती ने बताया, जिला पुलिस के अधिकारी आरोपी सिपाही पर केस दर्ज कर जांच करने के बजाय उसे ही गलत साबित करने पर तुले है। उसे डर है कि पुलिस का आरोपी सिपाही कहीं उसकी हत्या न करवा दे। शिकायत के बाद से आरोपी और उसके गुर्गे उस पर नज़र रख रहे हैं।
सीओ सदर योगेंद्र नारायण कृष्ण ने बताया, कौशांबी थाना के सिपाही पर लगे आरोपों के जाँच मे शनिवार को पीड़ित का बयान दर्ज किया गया है। आरोपित पक्ष का भी बयान लेकर उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट सौपी जाएगी। उच्चाधिकारियों के निर्देश के क्रम के कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
3 दिन पहले की थी छेड़छाड़
कौशांबी थाना पुलिस के एक सिपाही पर क्षेत्र की 22 वर्षीय युवती ने छेड्खानी समेत कई गंभीर आरोप लगाये है। पीड़ित ने मुताबिक सिपाही पिछले एक वर्ष से उसकी जिंदगी मे दखलंदाजी करता चला आ रहा है। पीड़ित ने सिपाही की हरकत से परेशान होकर गैर धर्म के युवक से विवाह कर गैर जनपद प्रयागराज चली गई लेकिन आशिक मिजाज सिपाही से उसका पीछा नहीं छोड़ा। 3 दिन पहले आरोपित सिपाही ने उसके घर के घुस कर जबरजस्ती करने की कोशिस की। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की गई। पीड़ित ने एसपी से तहरीर देकर इंसाफ की माँग की। बावजूद इसके पुलिस ने अभी तक पीड़ित की रिपोर्ट नहीं दर्ज की है। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि पुलिस कर्मी और अफसर सिपाही को बचाने की कोशिश कर रहे है।
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