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डाउनलोड करेंकौशांबी जिले की मंझनपुर तहसील स्थित करारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शुरू होने के 3 माह में ही मिस मैनेजमेंट का शिकार हो गया है। अस्पताल में डाक्टर ज्यादातर समय नदारद रहते हैं। इलाज के नाम पर वार्ड बॉय और फार्मासिस्ट लाल पीली दवा देकर अस्पताल से लोगो को घर भेज देते हैं। पीएचसी में डाक्टर न आने के सवाल पर सीएमओ ने औचक निरीक्षण कर कार्रवाई की बात कही है।
ड्यूटी से नदारद रहते अधिकारी
सीएमओ डॉ. के सी रॉय ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का शुभारंभ 3 माह पूर्व किया गया था। अस्पताल में प्रभारी डाक्टर की नियुक्ति नहीं की गई। केवल ड्यूटी लगा कर डाक्टरों को इलाज के लिए तैनात किया जा रहा है। जिसके चलते मरीज को अस्पताल में डाक्टर मिलते ही नहीं। जिससे पीएचसी केवल वार्ड बॉय और फार्मासिस्ट के भरोसे चल रहा है। अस्पताल में चार डॉक्टर डा. महफूज आलम, डा. नीरज सिंह, डा. सदानंद शुक्ला, डा. धर्मेंद्र मिश्रा ड्यूटी लगाई गई है। बावजूद इसके डाक्टर अस्पताल नहीं आते है।
अब तक हुई मात्र 17 ओपीडी
फार्माशिस्ट नागेंद्र कुमार सिंह व एक महिला स्टाफ के भरोसे अस्पताल चल रहा है। फार्मासिस्ट नागेंद्र सिंह ने बताया कि जब से केंद्र चालू हुआ तब से आज तक मात्र 17 ओपीडी ही हो पाई है। सरकार द्वारा कोई भी संसाधन अभी उपलब्ध नहीं कराया गया है। इसलिए बहुत दिक्कत हो रही है। दवा का भी सही इंतजाम नहीं है। डिलीवरी जैसे केस भी नही होते।
सीएमओ डॉ कमल चन्द्र रॉय ने बताया, पीएचसी करारी डाक्टरों की समय बद्ध तरीके से ड्यूटी लगाई जाती है। इसके बाद भी डाक्टर यदि नहीं पहुंच रहे है तो जांच कर कार्यवाही की जाएगी। दवा एवम अन्य संसाधन की उपलब्धता कराई का रही है।
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