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डाउनलोड करेंजनवरी माह में राशन की सप्लाई 15 जनवरी तक पूरी की जानी थी। लेकिन एक गलती की वजह से प्रदेश के करीब 3.20 करोड़ से अधिक राशन कार्डधारकों के सामने मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। दरअसल, राशन कार्डधारकों को जो जिस पैकेट में राशन वितरित किया जा रहा था, उस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो लगी है। आचार संहिता लागू होने के बाद फोटो पैकेट से हटाई जानी थी, लेकिन फोटो हटाने की जगह सप्लाई ही रोक दी गई है।
रोक दी गई सप्लाई
देश में सबसे ज्यादा यूपी में राशन कार्डधारक हैं। वहीं कानपुर में इनकी संख्या करीब 7 लाख 73 हजार है। आचार संहिता लागू होने के बाद कुछ सप्लाई मोदी और योगी की फोटो पैकेट से हटाकर की गई, लेकिन पैकेट पर दोबारा फोटो छाप दी गई। अब इस पूरी सप्लाई को रोक दिया गया है। नैफेड संस्था अब नमक, रिफाइंड ऑयल और साबुत चना की पैकिंग दोबारा कर रही है। इसके बाद ही सप्लाई शुरू हो पाएगी। कानपुर में करीब 2 लाख लोगों को इसकी वजह से राशन सप्लाई नहीं हो पाया है। कानपुर जैसी स्थिति पूरे प्रदेश में बनी हुई है।
भूखे रहे जाएंगे लोग
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत अंत्योदय व पात्र गृहस्थी दोनों कार्ड धारकों को ये राशन फ्री में उपलब्ध कराया जा रहा है। इसमें ज्यादातर वे लोग हैं, जो इस राशन पर पूरी तरह निर्भर रहते हैं। राशन नहीं मिलने से उनके सामने 2 वक्त की रोटी भी संकट खड़ा हो जाता है। मामले में डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफिसर अखिलेश श्रीवास्तव के मुताबिक कानपुर में करीब 100 कोटेदारों के पास राशन नहीं है। 17 जनवरी तक राशन वितरण शुरू हो सकता है।
जिले में करीब साढ़े 7 लाख लाभार्थी
कानपुर में कुल राशन कार्डधारकों की संख्या साढे़ 7 लाख से अधिक है। बता दें कि कोरोना काल के चलते सरकार ने फ्री राशन उपलब्ध कराने का फैसला लिया था। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना तथा नियमित राशन वितरण के तहत महीने में 2 बार राशन वितरण किया जाता है। फ्री राशन वितरण को मार्च-2022 तक बढ़ा दिया गया है।
राशन कार्डधारक की संख्या
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