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डाउनलोड करेंलगातार कम होते जनप्रतिनिधियों और नेताओं की संख्या से चिंतित बसपा डैमेज कंट्रोल में लग गई है। इसके तहत 6 दिसंबर यानी बाबा साहब अंबेडकर के निर्माण दिवस पर लखनऊ में एक बड़ी रैली आयोजित होने जा रही है। इस रैली के माध्यम से बसपा प्रदेश में संदेश देने की तैयारी में है, कि सपा और भाजपा की सेंधमारी से पार्टी पर कोई असर नही पड़ा है। इस रैली के माध्यम से निराश होते कार्यकर्ताओं में आत्मविश्वास बढ़ाने का कार्य भी किया जायेगा।
एक लाख कार्यकर्ता जुटेंगे
6 दिसम्बर को लखनऊ में एक लाख कार्यकर्तायों की रैली का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिये लखनऊ से सभी जिलाध्यक्षों को जरूरी निर्देश दे दिए गये है। राजधानी के आसपास जिलो को ज्यादा भीड़ जुटाने को कहा गया है। जबकि दूर जिलों को भीड़ का लक्ष्य कम रखा गया है। कानपुर जिले को 5 हजार की संख्या लाने को कहा गया है। सभी 10 विधानसभा से 500 कार्यकर्ताओं को लाने का टारगेट दिया गया है।
रैली के बहाने विरोधियों पर निशाना साधेगी बसपा सुप्रीमों
बसपा पांच सालों में 19 विधायकों के बाद सिर्फ 4 बचे विधायकों की पार्टी बनकर रह गई है। लगातार कम होते नेताओ के बीच पार्टी में कार्यकर्ताओं में निराशा बढ़ती जा रही है। इसकी भरपाई इस रैली के माध्यम से किये जाने की तैयारी है। रैली के माध्यम आए मायावती भाजपा और सपा पर हमलावर रहेगी। संख्याबल के माध्यम से बसपा सुप्रीमों अपने कार्यकर्ताओं में आत्मविश्वास बढ़ाने का भी कार्य करेंगी।
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