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डाउनलोड करेंजालौन के राजकीय मेडिकल कॉलेज में बुधवार को ठेकेदारी प्रथा पर लगाए गए सैकड़ों संविदा कर्मियों ने पिछले कई महीने से वेतन न मिलने से परेशान होकर मेडिकल कॉलेज में हंगामा काटा। साथ ही ठेकेदार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को ज्ञापन देकर वेतन दिलाए जाने की मांग की है।
6 महीने से नहीं मिला वेतन
मेडिकल कॉलेज में वर्षों से कार्यरत संविदा कर्मियों ने आज उरई राजकीय मेडिकल कॉलेज के बाहर प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की। यह नारेबाजी पिछले 6 माह से बकाया वेतन न मिलने के कारण की गई है। संविदा कर्मी संजय यादव, गौरव सिंह, मीना देवी, रेनू ने बताया कि उनकी मई में भर्ती की गई थी। लेकिन अभी तक उन्हें ठेकेदार द्वारा कोई भी वेतन नहीं दिया गया है। जबकि ठेकेदार विजय गुप्ता ने बांड भरवाने के नाम पर 50- 50 हजार रुपये जमा कराए थे। इसके बावजूद भी अभी तक उन्हें वेतन नहीं दिया गया है।
ठप हुआ मेडिकल कॉलेज का काम
हंगामे के बाद मेडिकल कॉलेज का कामकाज भी ठप हो गया। संविदा कर्मियों का कहना है कि उनसे मई से लगातार काम कराया जा रहा है लेकिन लगभग 6 माह हो जाने के बावजूद भी अभी तक किसी भी कर्मचारी को सैलरी नहीं दी गई है। जबकि सभी कर्मचारियों को 7 हजार से लेकर 9 हजार रुपये वेतन देने की बात थी। संविदा कर्मियों का कहना है कि उनसे जो 50-50 हजार रुपये ठेकेदार ने जमा कराए हैं। उनको वापस दिलाया जाये। साथ ही उनके काम के बदले उनका वेतन भी दिया जाये। सभी संविदा कर्मियों ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य द्विजेंद्रनाथ को भी ज्ञापन दिया है।
फिर मिला आश्वासन
हंगामे की सूचना पर जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ घनश्याम अनुरागी भी मौके पर पहुंचे। जिन्होंने संविदा कर्मचारियों को समझाने का प्रयास किया। साथ ही उन्हें वेतन भी निर्गत कराने की बात कही है। उन्होंने कहा कि ठेकेदार से बात करके सभी संविदा कर्मियों का वेतन दिलाया जाएगा। जिससे उन्हें किसी प्रकार की कोई समस्या कर्मचारियों को घर गृहस्थी चलाने में न हो सके।
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