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डाउनलोड करेंजालौन जिले की उरई सदर विधानसभा सीट से भाजपा विधायक गौरी शंकर वर्मा ने जनपद वासियों को नई सौगात दी है। यह सौगात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 71वें जन्मदिन के अवसर पर दी गई। विधायक ने 24 लाख 96 हजार रुपए की लागत से पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर बनने वाले द्वार का विधिवत भूमि पूजन किया। विधायक ने कहा कि झांसी से आने वाले लोग उरई का रास्ता भटक कर कानपुर रोड पर पहुंच जाते थे। यहां पर कोई भी निशान न लगा होने के कारण लोगों को समस्या होती थी।
बड़ागांव के पास बनेगा प्रवेश द्वार
बता दें कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर उरई का प्रथम द्वार बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन और भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर द्वार की आधारशिला वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ उरई के बड़ागांव के पास रखी गई। इस आधारशिला कार्यक्रम में भाजपा विधायक गौरी शंकर वर्मा के साथ भाजपा के पदाधिकारी मौजूद रहे।
उरई विधायक गौरी शंकर वर्मा ने रखी द्वार की नींव
देश-विदेश में अलग पहचान रखने वाले देश के पूर्व पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर इस द्वार का नाम रखा जाएगा। उरई विधायक गौरी शंकर वर्मा की 24 लाख 96 हजार की विधायक निधि से इस द्वार को बनाया जाएगा। झांसी-कानपुर रोड पेट्रोल पंप के पास आज उरई विधायक गौरी शंकर वर्मा के द्वारा इस द्वार की नींव रखी गई। वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पहले भूमि पूजन किया गया। बाद में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
करीब 25 लाख की लगात से बनाया जा रहा द्वार
इस द्वार की आधारशिला रखने के बाद भाजपा विधायक गौरी शंकर वर्मा ने कहा कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी सभी धर्मों को एक साथ लेकर चलने वाले थे। उन्होंने देश को विदेशों में अलग पहचान दिलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर आज इस द्वार की आधारशिला रखी गई है। उन्हीं की याद में यह द्वार बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह द्वार 24 लाख 96 हजार की धनराशि से बनाया जा रहा है, जिसे विधायक निधि से दिया गया है।
उरई आने का रास्ता भटक जाते थे लोग
उरई विधायक गौरी शंकर वर्मा ने कहा कि झांसी से आने वाले लोग उरई का रास्ता भटक कर कानपुर रोड स्थित आटा टोल पर पहुंच जाते थे। यहां पर कोई भी निशान न लगा होने के कारण लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब अटल बिहारी वाजपेयी के नाम से इस द्वार के बन जाने से लोगों को उरई आने में किसी प्रकार की कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
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