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डाउनलोड करेंजालौन के एट कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में ग्राम प्रधान की दबंगई का मामला सामने आया है। आरोप है कि सरकारी जमीन पर कब्जे को दबंगई से हटाने के लिए दलित महिलाओं के साथ मारपीट की गई है। पीड़िताें ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की है। पुलिस अधीक्षक रवि कुमार का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
कानूनी प्रक्रिया न अपनाकर दबंगई पर उतारू प्रधान
मामला एट कोतवाली क्षेत्र के गांव विरासनी का है। गांव में कुछ लोग सरकारी जमीन पर मकान बनाए हुए हैं, जिसे खाली कराने का आदेश शासन की ओर से ग्राम प्रधानों को मिला है। आरोप है कि गांव के प्रधान ने कानूनी प्रक्रिया न अपनाते हुए दबंगई से कब्जा खाली करवा रहा है, जिसका विरोध करने पर वह दबंगई पर उतारू हो गया और दलित परिवार पर हमला करवा दिया। हमले में कई लोग घायल हो गए।
महिलाओं व किशोरियों पर हमला
महिला शबनम ने पुलिस अधीक्षक जालौन रवि कुमार को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि ग्राम प्रधान एवं भाजपा मंडल उपाध्यक्ष शिवकुमार तोमर अपने साथियों प्रदीप, दीपक, संदीप, सोनू, धर्मेंद्र ने रात के समय घर पर उस समय हमला कर दिया। उस समय वह घर में महिलाएं अकेली थी। प्रधान के लोगों ने लाठी-डंडे लेकर महिलाओं एवं किशोरियों के साथ मारपीट करके एवं कपड़े फाड़ दिए। इस घटना में शबनम, अनीता, मानवती बुरी तरह घायल हो गई।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। जब लोगों ने हमलावरों को पकड़ने का प्रयास किया तो उन्होंने जान से मारने की धमकी दी और जगह खाली करने को कह कर मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दी गई। यहां पुलिस पर आरोप लगाया गया कि शिकायत के बाद भी पुलिस ने किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की और न ही डॉक्टरी परीक्षण कराया। दलित परिवार ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाकर दबंगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक रवि कुमार का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
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