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डाउनलोड करेंगोरखपुर एयरपोर्ट और एम्स में नौकरी के नाम पर जालसाजी का आफिस दिल्ली के द्वारिका में संचालित हो रहा है। एयरफोर्स के अधिकारी के शिकायत के बाद एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने जांच कराई तो मामला खुलकर सामने आया। एसपी सिटी के आदेश पर एक सिपाही ने दिल्ली आफिस से फोन पर संपर्क किया। जिसके बाद सर्विलांस की मदद से खुलासा हुआ है। अब पुलिस मामले की जांच तेज कर दी है।
एयरपोर्ट और एम्स में नौकरी के नाम पर ठगी के लिए शहर के कई चौराहों पर पोस्टर लगाए गए हैं। इस लालच में फंसकर कईयों ने रुपये भी गंवा दिए हैं। पोस्टर पर ही नंबर भी दिए गए है, जिसकी मदद से लोग संपर्क करते है और फिर जालसाजी का शिकार हो जाते हैं। इसे लेकर एक सप्ताह पहले एयरपोर्ट प्रशासन ने पत्र लिख मामले की जानकारी पुलिस अधिकारियों को दी। एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने जांच कराई तो पता चला कि पोस्टर पर जो नंबर दर्ज हैं वह दिल्ली के द्वारका में रहने वाले जालसाजों के हैं। पुलिसकर्मी ने नंबर पर फोन कर नौकरी दिलाने की इच्छा जताई ताे जालसाज ने ईमेल नंबर देकर उस पर दस्तावेज भेजने को कहा। बाद में रुपये मांगने लगा।
इंडिगो एयरलाइंस में नौकरी के नाम पर गंवाया 16.82 लाख
गोरखपुर के खोराबार के प्रेमनगर निवासी रूपेश कुमार हाल के साथ पिछले दिनों इंडिगो एयरलाइंस में नौकरी के नाम पर 16.82 लाख रुपये की जालसाजी हो गई। नौकरी न मिलने पर रुपये वापस मांगने पर फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया गया। पीड़ित ज्वाइन करने पहुंचे तो जालसाजी की जानकारी हुई। खोराबार पुलिस ने जांच में आरोप की पुष्टि होने के बाद खुद को एयर होस्टेस बताने वाली रामगढ़ताल निवासी नेहा,उसके साथी समेत तीन पर केस दर्ज किया है। रूपेश ने तहरीर में लिखा है कि मेरी जान पहचान सूबा बाजार काली मंदिर निवासी अभिनेष निषाद उर्फ सोनू से थी।
वह खुद को इंडिगो एयरलाइंस का ग्राउंड स्टाफ बताते हुए एम्स व एयरलाइंस में नौकरी लगवाने का भरोसा दिया। रूपेश ने नौकरी लगवाने की इच्छा जताई तो खुद को इंडिगो एयर होस्टेस बताने वाली नेहा निषाद से फोन पर बात कराई। नेहा ने हैदराबाद में नौकरी दिलवाने का भरोसा देते हुए नरसिम्हा रेड्डी नाम के एक व्यक्ति से बात कराया। झांसे में फंसे रूपेश ने अपने दो अन्य भाइयों को नौकरी दिलाने की इच्छा जताते हुए आरोपियों के कहने पर उनके खाते में कई बार में 16 लाख रुपये भेज दिए।
नौकरी न मिलने पर रूपेश ने रुपये वापस मांगे तो इंडिगो एयरलाइंस हैदराबाद में उसके छोटे भाई नितेश की नौकरी लगने की जानकारी देते हुए नियुक्ति पत्र दे दिया गया। जिसे लेकर नितेश हैदराबाद पहुंचा तो एयरलाइंस के अधिकारियों ने कूटरचित होने की जानकारी देते हुए लौटा दिया। हालांकि इंडिगो का कहना है कि नेहा नाम की कोई एयरहोस्टेस नहीं है। पुलिस नेहा और उसके साथियों की तलाश कर रही है।
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