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डाउनलोड करेंगाजीपुर की जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने गोवंश आश्रय स्थल की स्थापना, क्रियान्वयन व संचालन प्रबंधन के लिए जिला स्तरीय समिति की बैठक ली। जिलाधिकारी ने पशुओं के लिए अगस्त के भरण पोषण एवं सहभागिता योजना में अनुमोदित धनराशि की स्वीकृति प्रदान की। मुख्य पशुचिकित्साधिकारी ने बताया कि भरण पोषण योजना के तहत माह अगस्त में 34 गो-आश्रय केन्द्रों के 2620 गोवंश और सहभागिता योजना के तहत 596 गोवंश की समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री निराश्रित बेसहारा सौभाग्य योजना कितने पशुओं को चिह्नित कर पशुपालक को सुपुर्द किया गया है इसकी जानकारी ली। उन्होंने पशु चिकित्साधिकारी और खण्ड विकास अधिकारी को एक टीम बनाकर जांच का निर्देश दिया। पशु चिकित्सा अधिकारी को इस योजना में कुपोषित एवं अतिकुपोषित बच्चों के परिवारों में दुधारू पशुओं की सुपुर्दगी करने को कहा।
पशुओं का बराबर वैरिफिकेशन किया जाए
उन्होंने पशु चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया कि पशुओं का बराबर वैरिफिकेशन किया जाना चाहिए। यदि किसी पशु के मृत्यु के बाद भी उसका भुगतान किया जाता है तो सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही तय है। सहभागिता योजना के तहत पशुपालक में दिये जाने वाले भुगतान समय से किया जाए। इसमें लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
गोवंश के चारा की करें व्यवस्था
बैठक में निर्माणाधीन बृहद गोवंश आश्रय स्थल पिपनार, कान्हा गोशाला जमानिया और सादात को पूर्ण कराने, गोवंश के लिए भूसा,चोकर-दाना, स्वास्थ्य परीक्षण और लंपी स्कीन डिजीज से बचाव और टीकाकरण की जानकारी ली। उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि राजमार्गाों पर किसी भी दशा में निराश्रित गाोवंश विचरण करते न पाये जाये। इसकी जिम्मेदारी सम्बन्धित अधिकारी की होगी।
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