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डाउनलोड करेंमोदीनगर के गांव सीकरी खुर्द व आसपास की कॉलोनियों में प्रशासन की ओर से सैकड़ों खसरा नंबरों को शत्रु संपत्ति घोषित करने का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। इसके विरोध में गुरुवार को सैकड़ों लोग मोदीनगर तहसील पहुंचे और जमकर हंगामा किया।
लोगों का आरोप है कि प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को सौंपा। गांव सीकरी खुर्द व मोदीनगर व उसके आसपास की कॉलोनियों की सैकड़ों खसरा नम्बरों की 597 बीघा जमीन को शत्रु सम्पत्ति घोषित कर दिया है। जिस भूमि को शत्रु सम्पत्ति घोषित की गई है ,उन पर किसानों का कब्जा है और कुछ पर बड़ी बड़ी बिल्डिंग बनी हुई है।
प्रशासन के इस फैसले के बाद ग्रामीण एकजुट और लगातार प्रशासन के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। यह मामला पूर्व केन्द्रीय मंत्री व सांसद सत्यपाल सिंह ने अमित शाह तक भी पहुंचा दिया है। इतना ही नहीं विधायक डा. मंजू शिवाच व पूर्व पालिकाध्यक्ष रामआसरे शर्मा जिलाधिकारी से मिलकर अपना विरोध जता चुके हैं।
गुरुवार को सैकड़ों ग्रामीण एकत्र होकर मोदीनगर तहसील पहुंचे और उपजिलाधिकारी कार्यालय के सामने जमीन पर धरने पर बैठ गए। ग्रामीणों का कहना है कि गांव सीकरी खुर्द में हुई चकबंदी के समय प्रशासन द्वारा ही उक्त भूमि पर चक काटे गए थे। जब प्रशासन ने ही चक काटे थे तो अब यह भूमि शत्रु सम्पत्ति कैसे हो गई।
करीब दो घंटे तक ग्रामीण उपजिलाधिाकरी कार्यालय के सामने बैठकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि वह अपनी जमीन बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते है। ग्रामीणों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी शुभांगी शुक्ला को दिया। ज्ञापन पर रुपचंद्र ,लीलाराम जाटव,धर्मवीर रहीसू ,जिला पंचायत सदस्य अनिल गौतम,मोहित जाटव,कमलेश ,सविता,सुनीता ,मंजू पार्वती,बिजेन्द्री सहित सैकडों लोगों के हस्ताक्षर हैं।
उपजिलाधिकारी शुभांगी शुक्ला का कहना है कि जिला प्रशासन द्वारा कुछ खसरा नम्बरों को शत्रु सम्पत्ति घोषित किया गया है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय इसकी निगरानी कर रहा है। जिलाधिकारी के आदेश के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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