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डाउनलोड करेंमोदीनगर में गांव सीकरी खुर्द की शत्रु संपत्ति को लेकर ग्रामीणों ने बुधवार को मोदीनगर तहसील पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। लोगों का आरोप है कि गैरकानूनी तरीके से जमीन को शत्रु संपत्ति घोषित किया गया है। इस फैसले को वापस लेने तक आंदोलन जारी रहेगा।
नेताओं व अधिकारियों ने रचा षड़यंत्र
सीकरी खुर्द गांव और आसपास की कॉलोनियों में 18 सौ बीघा जमीन को प्रशासन ने शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया था। स्थानीय लोग प्रशासन के फैसले के विरोध में उतर आए हैं। बुधवार को सैकड़ों लोगों ने मोदीनगर तहसील पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। लोगों ने कहा कि शत्रु संपत्ति घोषित करने के बहाने कुछ नेताओं और अधिकारियों ने ग्रामीणों को बेघर करने का षड्यंत्र रचा है।
पाक नहीं गया कोई निजामुद्दीन
निजी स्वार्थ के लिए उन्होंने ऐसा किया है। जिस जमीन को शत्रु संपत्ति घोषित किया गया है, वह आजादी से पहले निजामुद्दीन के नाम थी। निजामुद्दीन नाम का कोई भी व्यक्ति पाकिस्तान नहीं गया। लिहाजा उसकी संपत्ति को शत्रु संपत्ति घोषित करना पूरी तरह गैरकानूनी है। नारेबाजी करते हुए लोगों ने कहा कि प्रशासन की मनमानी को सहन नहीं किया जाएगा। अनिश्चितकालीन धरना तो महज शुरुआत है।
50 हजार लोग करेंगे आंदोलन
प्रशासन के इस फैसले के विरोध में 50 हजार से अधिक लोग सड़क पर उतर कर उग्र आंदोलन करेंगे। सीकरी खुर्द गांव के लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को दिल्ली गृह मंत्रालय स्थित शत्रु संपत्ति अभिकरण के समक्ष पेश हुआ था। प्रतिनिधिमंडल ने अपनी पुश्तैनी जमीन के रिकॉर्ड और फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए थे। अधिकारियों ने उचित निर्णय कराने का भरोसा दिया था। प्रतिनिधिमंडल में सीकरी खुर्द गांव के नवाब प्रधान, विजय पाल सिंह, नवाब अली व देव शर्मा आदि लोग शामिल थे।
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