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डाउनलोड करेंनोएडा के कस्बा दादरी में स्थापित सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा को लेकर चल रहा विवाद अभी तक थमा नहीं है। इस बीच गुर्जरों की एक और मांग ने जोर पकड़ लिया है। नई मांग यह है कि प्रधानमंत्री जेवर में जिस एयरपोर्ट का शिलान्यास करने के लिए 25 नवंबर को आ रहे हैं, उस एयरपोर्ट का नाम मिहिर भोज के नाम पर हो।
ज्ञापन में दिया स्थानीय क्रांतिकारियों का हवाला
अखिल भारतीय गुर्जर परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट रविंद्र भाटी ने एक ज्ञापन यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ को सौंपा है। ज्ञापन में कहा है कि जिला गौतमबुद्ध नगर की भूमि महान स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारियों की जननी रही है। सैकड़ों स्थानीय लोगों ने देश की आजादी के लिए फांसी पर चढ़कर अपने प्राण न्यौछावर किए हैं।
गौतमबुद्धनगर के साथ-साथ जेवर क्षेत्र अंतर्गत आने वाले गांव ननुआका राजपुर, गुनपुरा, अट्टा गूजरान, जुनैदपुर, चीती, मसौता, तिल बेगमपुर, दादरी क्षेत्र के अनेक क्रांतिकारियों को बुलंदशहर में कालाआम पर फांसी पर लटकाया गया था। ज्ञापन के जरिये मांग की गई है कि जिला गौतमबुद्ध नगर में बनने वाले जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम गुर्जर सम्राट मिहिर भोज या अन्य किसी स्थानीय क्रांतिकारी के नाम पर किया जाए।
दादरी में स्थापित प्रतिमा पर हुआ था विवाद
बीते दिनों कस्बा दादरी के मिहिर भोज कॉलेज में मिहिर भोज की प्रतिमा स्थापित की गई थी। शुरुआत में प्रतिमा पर नाम से पहले गुर्जर सम्राट लिखा गया। सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा अनावरण करने से चंद मिनट पहले इसके शिलापट से गुर्जर शब्द मिटा दिया गया। इसे लेकर नोएडा जिले में खूब हंगामे हुआ। गांव-गांव गुर्जरों ने मिहिर भोज को अपनी जाति का बताते हुए बोर्ड लगाने शुरू किए तो ठाकुरों ने भी उन्हें अपना पूर्वज बताते हुए बोर्ड लगाए। यह रार अभी तक खत्म नहीं हुई है। इस बीच जेवर एयरपोर्ट के नामकरण की मांग जोर पकड़ने लगी है।
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