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डाउनलोड करेंविदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देने वाला गिरोह पकड़ा गया। नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर चल रहा था। गिरोह के 10 सदस्यों को नोएडा पुलिस ने जेल भेजा है। नौकरी के लिए लड़कों से लिए गए 6 लाख रुपए भी पुलिस ने कब्जे में लिए हैं। पुलिस पूछताछ कर रही है कि किन-किन राज्यों से इस गिरोह के तार जुड़े है। अब तक कितने लड़कों से जालसाजी की जा चुकी है।
सिंगापुर में नौकरी दिलाने के नाम पर की ठगी
सिंगापुर की कंस्ट्रक्शन कंपनी में नौकरी दिलाने के लिए शिकायतकर्ता से 20 लाख रुपए मांगे थे। पुलिस ने सर्विलांस शुरू किया। जिन बैंक खातों में रुपए ट्रांसफर हुए थे। उन्हें ट्रेस किया गया। मोबाइल बंद थे। बैंक में लगाए गए दस्तावेज भी फर्जी पाए गए। लेकिन, सर्विलांस की मदद से पुलिस जालसाजों तक पहुंच गई। पुलिस ने एक स्कार्पियो, 7 लैपटॉप और 17 मोबाइल फोन बरामद किए है।
इनमें मुख्य आरोपी जिनेश मुरादाबाद का रहने वाला है। जो अपने 9 साथियों के साथ कॉल सेंटर चला रहा था। ये सेंटर दिल्ली के मयूर विहार फेज-1 में संचालित था। इनकी पहचान पवन कुमार, जितेश, रामकिशन , दीपेन्द्र कुमार , प्रदीप कुमार सिंह, अरविंद कुमार यादव, तेजपाल सिंह, रोहित कुमार, सुभाष चन्द, राम कृष्ण सिंह के रूप में हुई है।
पूछताछ में सामने आया कि ये लोग नौकरी डॉट काम जैसी साइटों से बेरोजगार लोगों का डेटा उठाते थे। लोगों को फोन करते थे। नौकरी के लिए रुपए देने का तैयार होने वाले लड़कों को बुलाया जाता है। एक बाद लेनदेन होने के बाद सभी फोन नंबर बंद कर देते थे। इनके कई बैंक में फर्जी एकाउंट मिले है।
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