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फतेहपुर में मिले 11 लाख के नकली नोट:दीपावली से पहले बड़ा रैकेट पकड़ा, छापते थे नोट, बैंक के आसपास खपाते थे; हथियारों के साथ 4 बदमाश गिरफ्तार

फतेहपुरएक वर्ष पहले
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पूछताछ में बताया कि नकली नोट छापने का मुख्य लीडर विनोद सिंह निवासी शुक्लागंज थाना गंगाघाट जिला उन्नाव जिसके पास नोट छापने की मशीन, प्रिंटर आदि सामान मौजूद है जिससे हम लोग पांच पांच सौ नोट की गड्डी लेकर जिले में आए थे। - Money Bhaskar
पूछताछ में बताया कि नकली नोट छापने का मुख्य लीडर विनोद सिंह निवासी शुक्लागंज थाना गंगाघाट जिला उन्नाव जिसके पास नोट छापने की मशीन, प्रिंटर आदि सामान मौजूद है जिससे हम लोग पांच पांच सौ नोट की गड्डी लेकर जिले में आए थे।

फतेहपुर में पुलिस ने नकली नोट छापने वाले एक गैंग को पकड़ा है। हालांकि इसका मास्टर माइंड भाग निकला। त्योहार के नजदीक आते ही ये गैंग सक्रिय होता था। नेशनल हाईवे पर चेकिंग के दौरान पुलिस ने 4 बदमाश दबोच लिए। इनके पास से 11 लाख के नकली नोट व तमंचा-कारतूस बरामद हुआ है।

मामला सदर कोतवाली क्षेत्र का है, जहां एसपी राजेश कुमार सिंह के निर्देश पर कोतवाली प्रभारी अनूप सिंह ने चौकी इंचार्ज के साथ चेकिंग की। मुखबिर ने सूचना दी थी, एक बाइक पर नकली नोट छापने वाले दो लोग बाहर से आ रहे हैं। लखनऊ बाईपास से शहर के अंदर दो युवक बाइक से आते दिखे, जिन्हें पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो रफ्तार बढ़ा दी और भाग निकले।

पीछा कर पुलिस ने पकड़ा
शांति नगर लोधीगंज के पास दोनों को पकड़ लिया गया। पूछताछ पर बताया कि दो साथी बाईपास पर खड़े हैं। पुलिस ने घेराबंदी कर उन दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से 5-5 सौ की 14 गड्डी नकली नोट की निकली। अब पुलिस गैंग के मुख्य सरगना की तलाश कर रही।

कई दिनों से मिल रही थी सूचना
कोतवाली प्रभारी अनूप सिंह ने बताया कि नकली नोट के साथ पकड़े गए गैंग में केतन शर्मा, इसरार अहमद, विनोद कुमार गौतम व इरफान शाह शामिल हैं। उन्नाव जिले के रहने वाले हैं। पूछताछ में बताया कि नकली नोट छापने का मुख्य लीडर विनोद सिंह निवासी शुक्लागंज थाना गंगाघाट जिला उन्नाव जिसके पास नोट छापने की मशीन, प्रिंटर आदि सामान मौजूद है जिससे हम लोग पांच पांच सौ नोट की गड्डी लेकर जिले में आए थे।

रुपयों दोगुना करने का देते थे झांसा
पूछताछ में पता चला है कि बैंक से पैसा निकालने वालों को लालच देते थे। बातचीत में फंसाकर रुपए तुरंत दोगुना करने पांच-पांच सौ की नई नोट की गड्डी तुरंत देने की बात कहकर असली नोट की जगह नकली नोट देकर भाग निकलते थे।

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