पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंएटा के जलेसर में जमीन विवाद को लेकर 27 जून को मारपीट हुई थी। जिसमें घायल पुन्हैरा गांव के पूर्व प्रधान शैलेन्द्र पाल की इलाज के दौरान मौत हो गई। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को जलेसर-अवागढ़ रोड पर रखकर जाम लगा दिया। मौके पर पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीम लोगों को हटाने की कोशिश की, लेकिन वे मानने के लिए तैयार नहीं हुए।
इसके बाद एटा के जिला अधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने गांव वाले और परिजनों को समझाने की कोशिश की। डीएम और एसपी के समझाने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई के आश्वासन के बाद परिजनों ने जाम हटाया।
14 लोगों पर दर्ज हुआ है मुकदमा
इस मामले में 9 नामजद और 5 अज्ञात लोगों पर पूर्व में ही हत्या के प्रयास और मारपीट की रिपोर्ट जलेसर थाने मे दर्ज हो चुकी है। इस मामले के मुख्य आरोपी केशव ने न्यायालय में सरेंडर भी कर दिया है।
शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की मांग
मृत पूर्व प्रधान के बेटे गवेंद्र पाल सिंह ने आरोपियों को भू-माफिया घोषित कर उनके शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने, केस को 307 और 302 में बदलने की मांग की। इसके साथ ही आरोपियों द्वारा कब्ज़ा की गयी जमीन को छुड़ाने की मांग की।
जमीन की नाप के बाद हुआ था विवाद
मृतक के बेटे गवेंद्र पाल सिंह ने कहा कि 27 जून को एक विवादित जमीन की नाप करने के लिए लेखपाल और राजस्व टीम गांव पहुंची थी। राजस्व टीम के जाने के बाद ही मोनू उर्फ केशव ने अपने साथियों के साथ मिलकर मेरे पिता और अन्य साथियों पर फायरिंग कर दी। इसके साथ ही धारदार हथियारों से भी हमला किया। जिसमें मेरे पिता शीलेन्द्र पाल सिंह घायल हो गए थे। जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गयी।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.