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डाउनलोड करेंदेवरिया में सड़क दुर्घटना रोकने के उपाय नाकाफी साबित हो रहे हैं। दुर्घटनाओं में दिनों-दिन वृद्धि होती जा रही है। एक आंकड़े के मुताबिक, बीते एक महीने में जिले में मार्ग दुर्घटना में 100 से अधिक लोगों ने असमय जान गंवाई है।
केस नंबर- 1
शनिवार को पैना निवासी सुमन देवी पत्नी स्व. धर्मेंद्र सिंह बाइक पर बैठकर कहीं जा रही थीं। मईल थाना क्षेत्र के देवसिया गांव के निकट अभी पहुंची ही थीं कि अज्ञात वाहन ने ठोकर मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
केस नंबर- 2
शेषनाथ गिरी शनिवार को मजदूरी करके घर लौट रहे थे। भूजौली चौराहे के निकट पिकअप ने रौंद दिया, जिससे गंभीर रूप से घायल हो गए। हेतिमपुर चौकी प्रभारी दिनेश मौर्य इलाज के लिए हाटा PHC ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
केस नंबर- 3
रुद्रपुर गौरी बाजार मार्ग पर बाइक से अनियंत्रित होकर गिरने से करमहा निवासी रामप्रीत निषाद की मौत हो गई।
केस नंबर- 4
बिहार के सारण जिले के तरैया निवासी मुन्ना कुमार ओझा 20 जून को बाइक से गोरखपुर जा रहे थे। हेतिमपुर टोल प्लाजा से 100 मीटर पहले ही कंटेनर ने टक्कर मार दी, जिससे वह गिर गए। कंटेनर उन्हें रौंदता हुआ आगे बढ़ गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
केस नंबर- 5
रुद्रपुर गौरी बाजार मार्ग पर कटाई चौराहे के निकट दो बाइकों की भिडंत में रामनगर रामलक्षन निवासी शमशुदीन की घायल हो गए। इलाज के लिए ले जाते समय रास्ते में ही मौत हो गई। यह आंकड़े महज एक सप्ताह के हैं, जो बेहद डरावने हैं।
समाज शास्त्री डॉ. अवनीत सिंह कहते हैं कि अब तो सड़क पर चलने से डर लग रहा है। आप भले सावधान हों, लापरवाह चालक आपको घायल करके चलते बनेंगे। मार्ग दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस को मॉनिटरिंग बढ़ानी चाहिए।
क्या कहते हैं सीओ ट्रैफिक
सीओ ट्रैफिक श्रेयश त्रिपाठी ने बताया कि प्रतिदिन वाहनों की चेकिंग की जाती है। बिना हेलमेट, ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन चलाने वालों पर जुर्माना भी लगाया जाता है। समय-समय पर जागरूकता अभियान भी चलाया जाता है।
दुर्घटनाओं के बाबत क्या कहते हैं ARTO
ARTO राजीव चतुर्वेदी ने बताया कि लापरवाह चालकों और वाहन स्वामियों के विरुद्ध अभियान लगातार चलाया जा रहा है। ट्रैफिक के नियम नहीं पालन करने से दुर्घटनाएं होती हैं।
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