पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंचंदौली में धनतेरस के दिन दो परिवारों की खुशियां मातम में बदल गईं। बताया जा रहा है कि दिवाली पर घर की पुताई के लिए जंगल में मिट्टी खोदते समय टीला ढह गया। मलबे में दबकर बाप-बेटे समेत तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि एक की हालत गंभीर है। हादसे की सूचना पाकर एसपी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। घायल किशोर को इलाज के लिए वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है।
घर की पुताई के लिए लेने गए थे मिट्टी
मामला नौगढ़ थानाक्षेत्र के उदितपुर सुर्रा गांव का है। यहां पहाड़ी नाले की तलहटी में गांव के ही शिवकुमार (42) अपने साथी सोनभद्र निवासी दूधनाथ विश्वकर्मा (48) के साथ चिकनी मिट्टी लेने गए हुए थे। इस दौरान दूधनाथ के दोनों बेटे रितेश और आशीष भी साथ थे। मिट्टी की खोदाई के दौरान अचानक मिट्टी का टीला उनके ऊपर आ गिरा, जिससे चारों लोग मलबे में दब गए। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग पहुंच गए।
JCB से बाहर निकलवाया गया शव
सूचना मिलते ही नौगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची। घटना की जानकारी होते ही एसपी अंकुर अग्रवाल घटनास्थल के लिए रवाना हो गए। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से मलबे में दबे दो लोगों को बाहर निकाला गया। मगर तब तक शिव कुमार और दूधनाथ विश्वकर्मा की मौत हो चुकी थी।
एसपी ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी मंगवाई, जिसके बाद रितेश (7) का शव बाहर निकाला गया। जबकि आशीष (10) को गंभीर अवस्था वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि मौके से सभी 4 लोगों को मलबे से निकाल लिया गया है, जिनमें से तीन की मौत हो गई, जबकि एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
100-110 रुपए मजदूरी पर चला रहा था परिवार
शिव कुमार और दूधनाथ विश्वकर्मा दोनों मजदूरी करते थे। वह तेंदु के पत्ते तोड़ने का काम करते थे। इसके लिए वन विभाग की ओर से उन्हें 100-110 रुपए मजदूरी मिलती थी। इसी से वह परिवार को गुजर बसर करते थे। घर की मिट्टी से पुताई के लिए मिट्टी खोदने निकले थे। लेकिन हादसे में उनकी मौत हो गई।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.