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डाउनलोड करेंचंदौली में जंगल से सटे इलाके में तेंदुए ने एक महिला और एक बुजुर्ग पर हमला कर दिया। जिसमें दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। बुजुर्ग की गंभीर हालत देख डॉक्टरों ने उसे जिला अस्पताल से वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। बताया जा रहा है कि महिला पर जब जंगली जानवर हमला कर रहा था तो वृद्ध व्यक्ति उसको बचाने गया था। इस दौरान वह भी तेंदुए के चपेट में आ गया। मामले की जानकारी होते ही वन विभाग के अधिकारी जिला अस्पताल पहुंचे और परिजनों से घटना की जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया दोनों लोगों पर तेंदुए ने हमला किया है।
चकिया कोतवाली क्षेत्र के दाऊदपुर गांव के समीप चंद्रप्रभा वन सेंचुरी है। जंगल में 50 वर्षीय कलावती देवी बकरी चराने गई थी। इस दौरान कलावती देवी पर तेंदुआ ने हमला कर दिया। उधर से गुजर रहे 70 वर्षीय सरजू ने घटना को देखा तो महिला को बचाने के लिए आगे बढ़ा। इस दौरान जंगली जानवर ने सरजू पर भी हमला कर दिया। घटना में सरजू बुरी तरह घायल हो गया। चीख पुकार सुनकर तेंदुआ भाग गया। वहीं आसपास के चरवाहे मौके पर पहुंच गए। दोनों घायलों को ग्रामीणों ने 108 एंबुलेंस की मदद से संयुक्त जिला चिकित्सालय चकिया पहुंचाया। जहां पर डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार किया।
हमले में सरजू की स्थिति ज्यादा खराब हो गई थी। इसको देखते हुए डॉक्टरों ने उनको वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। मामले की जानकारी होते ही वन विभाग के अधिकारी संयुक्त जिला चिकित्सालय पहुंचे और घायलों के परिजनों से मामले की जानकारी ली। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि दाऊदपुर गांव के पास जंगल में तेंदुए ने दोनों लोगों पर हमला किया जिसमें दोनों गंभीर रूप से घायल हुए ।
संयुक्त जिला चिकित्सालय चकिया में इमरजेंसी ड्यूटी में मौजूद डॉ बी एस मौर्या के बताया की दो लोगों को गंभीर रूप से घायल अवस्था में लाया गया। जिसमें 50 वर्ष कलावती का प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। जबकि 65 वर्षीय सरजू के दोनों हाथ में गंभीर चोट आई है। उनको प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है। घायलों के परिजनों ने बताया कि तेंदुए ने हमला किया है।
चंद्रप्रकाश वन रेंज के रेंजर बृजेश पांडे ने बताया कि चंद्रप्रभा वन सेंचुरी से सटे दाऊद पुर गांव के लोगों पर जंगली जानवर के हमले की बात सामने आई है। उनके परिजनों से जानकारी ली गई है। इसके साथ ही उनसे प्रार्थना पत्र लेकर उच्चाधिकारियों को भेजा जाएगा और वन विभाग की तरफ से इनको हर संभव मदद दिलाई जाएगी।
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