पाएं अपने शहर की ताज़ा ख़बरें और फ्री ई-पेपर
डाउनलोड करेंबरेली में खुद को मंत्री का परिचित बताकर एक युवक ने पूर्व सभासद से 24 लाख रुपए ठग लिए। आरोपी ने कुछ लोगों के नाम फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया। जब फर्जीवाड़े का पता चला, तो पीड़ित पूर्व सभासद ने अपने रुपए वापस मांगे। इस पर वह धमकाने लगा और रुपए देने से मना कर दिया। इतना ही नहीं, युवक ने खुद को भाजपा नेता बताकर जान से मरवाने की धमकी भी दी। पूर्व पार्षद के परिजनों ने SSP से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
खुद को एक केंद्रीय मंत्री का करीबी बताया
सिविल लाइंस के पैराडाइज कॉलोनी में रहने वाले एडविन हरमन 1992 से 2014 तक कैंटोमेंट बोर्ड के सभासद रहे हैं। उन्होंने बताया कि 2002 में शकील नाम का युवक एक केंद्रीय मंत्री का लेटर कैंटोमेंट बोर्ड के कार्यालय के मुख्य अधिशासी अधिकारी को देने आया था। इस दौरान शकील से उनकी मुलाकात हुई थी। तब उसने कहा, ‘केंद्रीय मंत्री से मेरी अच्छी मुलाकात और पहचान है। अगर कोई काम पड़े, तो मुझे बता देना।’ उसने कहा कि वह कई लोगों की सरकारी नौकरी लगवा चुका है। उसकी कई केंद्रीय मंत्रियों और यूपी के कई मंत्रियों से अच्छी सेटिंग है।
इसके बाद एडविन हरमन की शकील से दोस्ती हो गई। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने अपने परिचितों की नौकरी चीनी मिल, दिल्ली सचिवालय और रेलवे समेत कई विभागों में लगवाने के नाम पर शकील को रुपए दे दिए। शकील ने जल्द नौकरी लगवाने का झांसा दिया, लेकिन कई साल बाद भी वह नौकरी नहीं लगवा सका। इसके बाद एडविन हरमन अपने रुपए वापस मांगने लगे, तो उसने एक दिन कुछ लोगों के नौकरी के ज्वाइनिंग लेटर दे दिए। मगर, जब वे लोग नौकरी ज्वाइन करने गए, तो पता चला लेटर फर्जी है।
पैसे मांगने पर आरोपी ने खुद को भाजपा नेता बताया
इसके बाद एडविन हरमन ने उस पर रुपए देने का दबाव बनाया। इस पर शकील ने खुद को भाजपा नेता बताया। साथ ही कई मंत्रियों से सेटिंग होने की बात कहते हुए उन्हें जान से मारने की धमकी दी। उन्होंने बताया कि किसी तरह उन्होंने अपने पास से अपने परिचितों को नौकरी लगवाने के नाम पर लिए गए रुपए वापस लौटाए। इसके बावजूद अब आरोपी उन्हें रुपए देने से मना कर रहा है। उन्होंने कई बार पुलिस से शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। फिलहाल गुरुवार को पीड़ित की शिकायत पर एसएसपी ने पुलिस को जांच कर कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए हैं।
Copyright © 2022-23 DB Corp ltd., All Rights Reserved
This website follows the DNPA Code of Ethics.